(Godavari Power & Steel Limited)जांच में सही पाया गया उसके बावजूद कार्यवाही नही
(Godavari Power & Steel Limited) भानुप्रतापपुर। गोदावरी पॉवर एन्ड इस्पात लिमिटेड के द्वारा फारेस्ट लेंड में अतिक्रमण के साथ-साथ राजस्व भूमि पर भी विगत 2009 से 2022 तक डम्प एवं अतिक्रमण कर शासन को अंगूठा दिखाने में लगी हुई है।
कई बार शिकायत के बाद वन विभाग के वरिष्ठ मुख्य वन संरक्षक वन वृत कांकेर के द्वारा जांच दल गठित कर गोदावरी माइंस में भेजा गया।
(Godavari Power & Steel Limited) जहाँ पर निरीक्षण व जांच में पाया गया कि माइंस प्रबंधन के द्वारा राजस्व खसरा नम्बर 100 वर्ष 2009 से 2010 के मध्य विभिन्न स्थानों में कक्ष क्रमांक 608 खनन क्षेत्र से निकालकर खसरा नम्बर 100 ग्राम परेकोड़ो में डम्प की गई।
वही दूसरी ओर माइंस प्रबंधन के द्वारा सेफ्टीजोन में भी डम्प किया गया पाया गया व लीज क्षेत्र से परेकोड़ो की ओर बिना अनुमति के रोड बनाकर अतिक्रमण किया गया।
(Godavari Power & Steel Limited) जांच दल के द्वारा जिसमें मुकेश नेताम वन पारिक्षेत्र अधिकारी भानुप्रतापपुर, वन उड़नदस्ता प्रभारी कांकेर से लाल साय मरकाम, व मुकुंद चंद नेताम व सहायक पारिक्षेत्र अधिकारी इंद्र कुमार यादव व शिकायतकर्ता राजेश रंगारी के समक्ष पंचनामा तैयार किया गया। जिसमें स्पष्ट रूप से गोदावरी पॉवर एन्ड इस्पात लिमिटेड के द्वारा डस्तडम्प व अतिक्रमण उल्लेखित की गई लेकिन आज पर्यन्त माइंस प्रबंधन के ऊपर किसी प्रकार के कार्यवाही नही होना उनके राजनीतिक एवं प्रशासनिक पहुच को दर्शाती है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि गोदावरी पॉवर एन्ड इस्पात लिमिटेड के खिलाफ कब तक कार्यवाही होगी या फिर मामले को पुनः दबा दी जाएगी यह देखने वाली बात होगी।