:दुर्गानाथ देवांगन:
कोण्डागांव: जिले में खाद बीज की कई दुकानें अवैध रूप से संचालित हो रही है। जो कृषि विभाग के मिलीभगत के बगैर संभव नहीं है। कृषि विभाग के अधिकारियों के द्वारा कार्रवाई नहीं करने के चलते अवैध दुकान धड़ल्ले से चल रहे हैं, जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। किसान अमानक खाद बीज खरीदने को मजबूर हो रहे हैं। वहीं अवैध दुकान एवं किसानों के साथ हो रही गड़बड़ी की सूचना देने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को फोन करने पर भी फोन रिसीव करना जरूरी नहीं समझते हैं।
जिला मुख्यालय में ही अवैध दुकानें संचालित हो रही है, जिस पर कृषि विभाग के अधिकारियों की नजर ही नहीं पड़ रही है। सरगीपाल के गुरुनानक चौक पर स्थित एक दुकान तो कृषि विभाग कार्यालय से मात्र 500 मीटर की दूरी पर संचालित हो रही ‘नायक किसान मित्र’ बिना किसी लाइसेंस के उर्वरक बेच रही हैं। फिर भी विभाग को इसकी जानकारी नहीं है, जो विभाग की संलिप्तता या लापरवाही को उजागर करता है। ऐसा ही जिला मुख्यालय से 3 किमी दूर डोंगरीगुड़ा में एनजीपी एग्रोकेयर नामक दुकान संचालित हो रहा है। ये दुकानें न सिर्फ खुलेआम चल रही हैं, बल्कि विभागीय रिकॉर्ड में इनका कोई अस्तित्व तक दर्ज नहीं है।
किसानों को घर पहुंच सेवा दी जा रही
नकली खाद-बीज के कारोबार का आलम यह है कि व्यापारी किसानों के घर तक इसे उपलब्ध करा रहे हैं। कुम्हारपारा, केंवटी, मसोरा के कुछ किसानों ने बताया कि एक व्यापारी किसानों के घर तक खाद बीज छोड़ रहे हैं। किसानों को यह सामग्री उधारी में भी दी जा रही है। कई किसान उनके बहकावे में आकर यह नकली खाद-बीज खरीद रहे हैं। नकली बीज की बोवनी करने पर फसल निकलना तो दूर की बात है, इनमें अंकुरण भी नहीं हो पा रहा है। इससे किसान न सिर्फ आर्थिक रूप से परेशान हो रहे हैं बल्कि उनकी फसलें भी बर्बाद हो रही हैं।