बिजली कटौती से किसानों की फसलें जलने की कगार पर…किसान पहुंचे बिजली ऑफिस

किसानों का कहना है कि वर्तमान में अटल ज्योति योजना के तहत मात्र 12 घंटे ही बिजली मिल रही है, जबकि शाम 5 बजे से रात 11 बजे तक नियमित कटौती की जाती है। कई बार पूरी रात भी बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। इससे ट्यूबवेल संचालित सिंचाई ठप हो गई है और खेतों की फसलें बर्बाद होने लगी हैं।

भूतपूर्व जनपद सदस्य मोहन धिकड़े ने बताया कि शासन-प्रशासन को बार-बार अवगत कराने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। क्षेत्र के किसान, छात्र, युवा और जनप्रतिनिधि—सुंदरलाल, गोवर्धन नायक, कोमल वर्मा, हीराराम साहू, ललित कुमार वर्मा, बबला ध्रुव,
रामेश्वर वर्मा रिटायर्ड छत्तीसगढ़ पुलिस ,
बसंत आडिल, रिखीराम सेन, युगूत वर्मा, उत्तम वर्मा, रामनाथ साहू, शशिकांत वर्मा, मनोहर वर्मा और कृष्णा कुमार वर्मा—ने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिनों में बिजली आपूर्ति सुचारू नहीं की गई और बारिश नहीं हुई, तो विशाल जन आंदोलन और काल बहिष्कार का ऐलान किया जाएगा।

किसानों ने कहा कि इस समय तापमान 32 से 34 डिग्री के बीच है, जिससे घरों में पंखे, कूलर और एसी भी बेअसर हो गए हैं। ऐसे में बिजली कटौती ने ग्रामीणों की समस्याएं कई गुना बढ़ा दी हैं। उन्होंने शासन-प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप कर समस्या के समाधान की मांग की है।

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