extra burden
:राजकुमार मल:
बलौदाबाजार-भाटापारा- चाहिए 170, हैं मात्र 72. और यही 72 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी 78 की भी जिम्मेदारी उठा रहे हैं. यह तब, जब सुशासन तिहार चल रहा है. ग्रामीण कृषि विस्तार अधिका रियों की कमी की वजह से योजनाओं का क्रियान्वयन अब धीमा पड़ता नजर आ रहा है. क्योंकि क्रियान्वयन की पहली कड़ी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों की कमी से जूझ रहा है जिला प्रशासन और कृषि विभाग.
किसानों के लिए कई योजनाएं मैदानी क्षेत्रों में चल रहीं हैं. इनका प्रचार, संबंधित किसानों से सतत संपर्क और आवेदन देने- लेने और नियत विभाग तक पहुंचाने का काम कर रहे 72 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी दोहरा बोझ उठाए हुए हैं क्योंकि रिक्त 78 ग्रामीण विस्तार अधिकारियों का भी काम इन्हें अतिरिक्त प्रभार के रूप में करना पड़ रहा है. ऐसे में अवकाश के दिनों में भी जिम्मेदारी पूरी करनी पड़ रही है. बताते हैं चले कि जिले में 637 गांव हैं, जहां यह कार्यरत हैं.
यहां 25 का काम 15 से
जिले के सबसे बड़े विकासखंड भाटापारा में ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के 25 पद स्वीकृत हैं पर महज 15 ही तैनात हैं. ऐसे में शेष 10 के काम का दबाव 15 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों पर है. सुशासन तिहार में इनकी तैनाती भी कर दी गई है. ऐसे में ग्रामीण योजनाएं और ग्रामीण प्रतीक्षा कर रहे हैं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों की क्योंकि आवेदन देने, भरवाने और संबंधित विभाग तक पहुंचाने का काम इन्हीं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों का ही है.
खरीफ सीजन करीब आ रहा है. खाद- बीज जैसी तैयारी चालू हो चुकी है लेकिन जरूरी जानकारी के लिए किसान भटक रहे हैं क्योंकि प्रारंभिक जानकारी एवं नई योजनाओं की पहुंच बाधित हो चुकी है या विलंब से पहुंच रही है. ऐसे में कैसे मनाए सुशासन तिहार ? पूछ रहे किसान और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, प्रशासन और सरकार से.
वहीं इस मामले में वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी भाटापारा अवधेश उपाध्याय ने बताया कि वर्तमान मे भाटापारा मे क्षेत्र मे 25 के स्थान 16 ग्रामीण क़ृषि विस्तार अधिकारी क्षेत्र में पदस्थ है वर्तमान यदि पूरे क्षेत्र मे ग्रामीण क़ृषि विस्तार अधिकारी हो तो कार्य मे और प्रगति आएगी.