भुवनेश्वर प्रसाद साहू
Drug havoc नशीली दवा का कहर
Drug havoc कसडोल ! कसडोल सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों में गुपचुप तरीके से नशीली दवाओं की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है ! नशीली दवाओं के गिरफ्त में किशोर और युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है !
Drug havoc बलौदाबाजार जिला के कसडोल और नवनिर्मित जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत पवनी सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों में इन दिनों गुपचुप तरीके से नशीली दवाओं की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है !नशीली दवाओं के गिरफ्तार में किशोर और युवा पीढ़ी बर्बाद हो रहे हैं ! नशे के मामले में ग्रामीण क्षेत्रों का और भी बुरा हाल है ! विगत दिनों ( शुक्रवार को ) ग्राम पंचायत पवनी में युवक अनिल कुमार साहू ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली ! मृतक की जेब से नशीली दवाइयां बरामद की गई ! बताया जाता है कि मृतक अनिल कुमार साहू नशीली दवाइयों का सेवन किया करता था और डिप्रेशन में आकर आत्महत्या कर ली !
नशीली दवाइयों की बिक्री चरम पर
Drug havoc बता दें कि नशीली दवाइयां बेचने वाले लोगों पर कार्यवाही नहीं होने के चलते क्षेत्र में धीरे-धीरे नशीली दवाओं की बिक्री अब चरम पर है ! यह दवाइयां आसानी से मिल जाती है जिस पर कार्यवाही करने की जरूरत है ! इसके साथ ही नींद की गोली भी बड़ी आसानी से मिल जाती है मेडिकल स्टोरों में !
बगैर पर्ची के मिल रही दवाई
Drug havoc गुपचुप तरीके से दवा दुकान में खांसी की सीरप व नींद की गोली बिना पर्ची के दी जा रही है ! इसको युवा व किशोर नशे के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं ! इन सब मामलों में अब पुलिस को कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि इस नशे की आदत में किसी युवक की फिर से जान ना जाए !
नशे के सौदागरों को नहीं है डर पुलिस का ?
नशे के सौदागरों को जरा भी पुलिस का डर नहीं है , इसी वजह से वे किसी भी गांव की गलियों में , घूम घूम कर नशे का नशे का सामान बेच रहे हैं ! युवा पीढ़ी जिस सस्ते और सुलभ गोलियों का सेवन बतौर नशा कर रहे हैं ! वह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है ! युवा पीढ़ी अब इसके आदि हो चुके हैं जिसे काउंसलिंग के माध्यम से ही छुड़ाया जा सकता है !
नगर पंचायत कसडोल के भरत साहू ने कहा कि नशीली दवाइयों की बिक्री व फैलाव रोकने के लिए , कड़ा कानून बनाना चाहिए ! जिस से इसे बेचने के बारे में कोई सोच भी ना सके !
जिन मेडिकल स्टोरों में ऐसी दवाइयां पकड़ी जा रही है , उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है ! उस मेडिकल स्टोर का लाइसेंस निरस्त कर देना चाहिए , ताकि युवाओं के जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने वालों का रोजगार ही बंद हो जाए !
अभी देखने में आ रहा है कि नशीली दवाइयां मिलने पर मेडिकल स्टोर का लाइसेंस कुछ समय के लिए निलंबित कर दिया जाता है ! बाद में लाइसेंस बहाली पर वह मेडिकल स्टोर वाला पुनः नशीली दवाइयां बेचना चालू कर देते हैं !
नशीली दवाइयों का सेवन करने वाले युवाओं के लक्षण !
जो युवक नशीली दवाइयों का सेवन करता हैं उसमें कुछ असामान्य लक्षण सामने आते हैं ! जैसे चिड़चिड़ाना , हकलाना ,लोगों में अरुचि उत्पन्न होना (रुखा व्यवहार करना ) , अध्ययन के प्रति विरक्ति , याददाश्त कमजोर होना , बात बात पर क्रोधित हो जाना , रक्तचाप में असामान्य वृद्धि , अंगो का कंपकंपाना , नशा ना लेने की स्थिति में , हिंसात्मक व्यवहार करना , बहकी बहकी बातें करना , नजरों के कमजोर हो जाने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं !
नशीली दवाइयां मिली तो होगी , कार्यवाही !
नशीली दवाइयां मिली तो होगी मेडिकल स्टोर संचालक पर कार्यवाही , थाना प्रभारी का है कहना ! साथ ही अवैध नशीली दवाइयों की सप्लाई करने वालों पर भी कठोर कार्यवाही की जाएगी !
नशीली दवाई का उपयोग ना करें युवा
इस संबंध में कसडोल विकासखंड के चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि नशीली दवाइयों का उपयोग तो बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए ! इससे लोग बहुत ही ज्यादा उत्तेजित हो जाते हैं ! उसमें गलतियां करने , अनावश्यक वाद विवाद करने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है ! साथ ही कहीं आने जाने पर सड़क दुर्घटना का भी अंदेशा बना रहता है !