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BJP leader सरकार पर कटाक्ष करते हुए भाजपा नेता सुन्नम पेंटा ने प्रेस वार्ता में कहा आखिर कर दावे की पोल खुल ही गई

BJP leader सरकार पर कटाक्ष करते हुए भाजपा नेता सुन्नम पेंटा ने प्रेस वार्ता में कहा आखिर कर दावे की पोल खुल ही गई

कृष्णा नायक दोरनापाल

BJP leader शिक्षा विभाग में सरकार की पोल खुल गई:सुन्नम पेंटा

BJP leader  दोरनापाल/कोंटा !  छत्तीसगढ़ लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा संचालित शिक्षा विभाग में सरकार की पोल खुलने को लेकर भाजपा नेता सुन्नम पेंटा ने प्रेस वार्ता कर सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि चार वर्ष पूर्ण होने का ढिंढोरा पीटने वाले कांग्रेस सरकार की आखिर कर दावे की पोल खुल ही गई है।

BJP leader  सुन्नम पेंटा ने बताया कि शिक्षा को लेकर आज भी बस्तर संभाग में अध्ययनरत बच्चो को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने में सरकार सफल नहीं हो सकी है। चाहे अधोसंरचना की बात करें या उक्त क्षेत्रो में अध्ययनरत बच्चो के लिए स्कूल भवन निर्माण तक नहीं किया गया है।

BJP leader  आज भी राम भरोसे से झोपड़ पट्टी बनाकर शिक्षा दी जा रही है।उलखेनीय बात यह है। कि कई क्षेत्रों में आज भी झंडा पंडुम गुरुजी बनकर जाते हैं। कोई भी नियमित रूप से नहीं जाते हैं।  मन किया तो गए आज भी कई क्षेत्रों में शिक्षा दूत के सहारे चला रहे हैं। इस पर थोड़ा गौर करने वाली बात यह है। कि नियमित रूप से शालाएं नहीं लगती है।

BJP leader  तो आखिर मध्यान्ह भोजन योजनान्तर्गत राशन को कैसे खफाया जाता है। ये बता दें कि उक्त शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी निरीक्षण में नहीं जाने के कारण यह स्थिति निर्मित हुई है। इसमें सबकी मिली भगत है।

BJP leader  घर बैठकर तनख्वाह निकालने की बात उजागर हुई थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई और आज भी जस की तस है।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने हाल ही में पात्र शिक्षकों के नियमानुसार प्रमोशन देकर नवीन आश्रम,शालाओं में पदस्थ करने आदेश जारी के परिपालन में संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई थी  विश्वस्त सूत्रों से प्रपात जानकारी के मुताबिक मन चाहे जगह के लिए पोस्टिंग के एवज में प्रति शिक्षक से साठ हजार रूपए से एक लाख रुपए तक लेने की बात सामने आई है।

उक्त बाते पर प्रकाश डालते हुए सुंन्नम पेंटा ने बताया कि जिस प्रकार से पुलिस विभाग में स्थांतरण होता है। दो वर्ष बाद अंदर से बाहर सेवा देने शिक्षा विभाग में भी यही नीति लागू होनी चाहिए और शिक्षा स्तर पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा।

सुनाम पेंटा ने बताया कि कई शिक्षक लोग तो अपने मन चाहे जगह के लिए स्कूल में पोस्टिंग करवाने सत्ता पक्ष के नेता ओ के शरण में चले गए और उन्होंने बताया कि ऐसे भेदभावों से शिक्षा जगत पर बुरा असर पड़ेगा इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। एक कहावत समान काम समान वेतन देकर शिक्षा स्तर को हाईटेक शिक्षा का निर्माण कर सकते है।

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