महासमुंद। जिले में धान की कटाई जोर पकडने से पहले ही मजदूर पलायन करने लगे हैं। जिले में इस वक्त इंट भठ्ठा दलाल सक्रिय हैं और गांवों में जा जाकर मजदूरों से संपर्क कर रहे हैं। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में दलालों व उनके एजेंटों मेट की सक्रिय गतिविधियों में भी तेजी देखने के लिए मिल रही है।
मालूम हो कि महासमुंद-ओडिशा जोंक नदी क्षेत्र के आसपास के दर्जनों छोटे-बड़े लेबर दलाल हर साल मजदूरों को लेकर दूसरे प्रदेशों में जाते हैं। हर साल यह सिलसिला दीपावली के बाद शुरू होता है लेकिन इस साल दीपावली और धान कटाई के पहले ही शुरू हो चुका है। ये मजदूर बारिश के समय वापस अपने गांवों को लौटते हैं। भठ्ठा सरदार पूरे साल खास कर वर्षांत ऋतु काल में ग्रामीण क्षेत्र से जरूरतमंद लोगों को एडवांस राशि देकर उनका यूपी भेजना तय कर देते हैं। और जैसे ही यूपी के ईंट भठ्ठा मालिकों से लेबर भेजने का इशारा मिलता है, मजदूरों की रवानगी शुरू हो जाती है।
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इस बार सूचना मिली है कि ओडिशा के भठ्ठा सरदार कार, जीप अथवा छोटे वाहनों से लेबर परिवार को निश्चित जगह एकत्र कर रात को उसमें बैठा कर रवाना कर रहे हैं। भट्टा सरदार ट्रेनों में मजदूरों को चढ़ाने, बीच में ट्रेन बदलने सहित रास्ते भर मजदूरों की टोह लेते रहते हैं।
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बहरहाल महासमुंद के कोमाखान तथा ओडिशा बार्डर से बसों के माध्यम से मजदूरों को यूपी तक पहुंचाने की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। जबकि ट्रेनों से जाने वाले खरियार रोड, कोमाखान, बागबाहरा स्टेशन में देख जा रहे हैं। कोमाखान चौखड़ी से टेमरी, टेमरी के आसपास शाम को, रात में यूपी की बड़ी बसों में लेबरों का पलायन जारी है।