वापस नौकरी पर रखने और इलाज की मांग, एक सप्ताह पहले भी किया था प्रदर्शन
गरियाबंद। गरियाबंद के रहने वाले दिव्यांग अनिल कुमार यादव सोमवार को कलेक्टोरेट परिसर के बाहर दोबारा आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। दिव्यांग सप्ताह भर पहले भी इसी तरह अनशन पर बैठा था, लेकिन अफसरों की समझाइस के बाद उसने प्रदर्शन बंद कर दिया था। सप्ताह भर में किसी ने सुध नहीं ली तो दिव्यांग ने दोबारा प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
अनिल यादव प्रशासन के समक्ष अपनी 2 सूत्रीय मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। पहला उसे डेली वेजेस पर नौकरी में वापस रखा जाए और दूसरा पैर का उपचार कराया जाए। अनिल ने कहा की यह मांग पूरी नहीं हुई तो आगे वह इच्छा मृत्यु की मांग करेगा।
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वन विभाग में काम करता था अनिल
दरअसल, अनिल 2008 से 2017 तक वन विभाग में दैनिक वेतन भोगी पर कार्यरत था, अचानक ब्रेन में दिक्कत होने के कारण उसे नौकरी के लिए निकाल दिया गया। पत्नी भी घर छोड़ कर चली गई। पिछले कुछ साल से वह किसी तरह पहचान वालों से मदद लेकर गुजारा कर रहा है। पीडि़त ने बताया की वह लगातार साशन प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहा है। मामले में वन मंडला अधिकारी लक्ष्मण सिंह ने कहा कि अपने आवेदन उन्होंने खुद कहा है कि वो दिव्यांग है, काम नहीं कर पाने की स्थिति में उसे काम पर कैसे रख सकते हैं। मैने कलेक्टर सर से अनुरोध किया है कि पीडि़त को समाज कल्याण विभाग से दिव्यांग जन को मिलने वाली योजना का लाभ दिलाया जाए।