Dantewada News : मां दंतेश्वरी की नगरी में शंखनी नदी तट पर ढलते सूर्यदेव को भक्तों ने अर्ध्य दिया
Dantewada News : दंतेवाड़ा । महापर्व छठ पर नगर में भक्ति भाव व श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। शंखनी नदी के घाट पर को शाम व्रती महिलाओं ने भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य दिया।
Dantewada News : घाट पर बने चौरा मंडप को भी सुंदर ढंग से सजाया गया है। इसी घाट पर पूजा-अर्चना कर डूबते हुए सूर्य देवता का अर्घ्य दिया गया।
छठ पर्व को लेकर भोजपुरी मैथिली समाज के लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को सूर्य पष्ठी के नाम से जाना जाता है। यह पर्व बिहार व पूर्वी उत्तर प्रदेश में मुख्य रूप से मनाया जाता है।
वहां के लोगों के लिए छठ किसी महापर्व से कम नहीं होता। बदलते समय के साथ अन्य प्रदेशों में भी लोगों ने भगवान सूर्य के उपासना के इस पर्व की विधान से मनाना शुरू कर दिया।
छठ पर्व पूरे घर की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा चार दिवसीय होता है। व्रतधारी लगातार जाता है। खरना के बाद आज शाम व्रतधारी तीन दिनों तक व्रत रखती हैं।
इस दौरान वे शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया उसके पानी भी ग्रहण नहीं करती। मान्यता है कि अगले दिन सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया व्रत रखने से महिलाओं को पुत्ररत्न की प्राप्ति जाएगा।
सूर्य पष्ठी के दिन महिलाएं निराहार होती है और साथ ही घर परिवार में हमेशा व्रत रखकर भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर पुत्र सुख, शांति और समृद्धि होती है। इस दौरान प्राप्ति की कामना करती हैं।
तीसरे दिन महत्वपूर्ण व्रत का तीसरा दिन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यह सूर्य पष्ठी तिथि होती है। सूर्य षष्ठी पर व्रतधारी महिलाएं प्रातः काल से ही निर्जला व्रत रखकर संध्या में नदी अथवा तालाब के तट पर भगवान सूर्य देव को कर्य अर्पित करती हैं। दंतेवाड़ा में शंखनी
नदी सहित बचेली, किरंदुल में भी छठ पर्व मनने वालों की संख्या अधिक है। बचेली, किरंदुल दोनों जगह नगरपालिका द्वारा नदी घाटों पर साफ-सफाई के साथ पूरी व्यवस्था की गई है, दंतेवाड़ा में सीआरपीएफ सहित जिला प्रशासन द्वारा नवी घाट पर पूरी व्यवस्था की है।