Corruption : स्टेशन रोड के डिवाइडर पोल में बन्द झालर लाइट भष्टाचार के अंधेर गर्दी को कर रहा उजागर
चांपा
महज चंद महीनों में झालर लाइटो ने तोड़ा दम
कांसा कोसा कंचन की नगरी चांपा को उजियारा की रोशनी से चकाचौंध पहचान दिलाने की मंसा से चांपा नगरपालिका द्वारा लाखों रुपए खर्च कर झालर लाइट लगवाया गया था लेकिन महज ही चंद ही महीनों के अंतराल मे झालर लाइट
लगभग 75 फ़ीसदी झालर बंद पड़ कर जीण शीण हालत में पहुंच कर रोशनी की जगह केवल अंधियारा का पर्याय बन आज हम सबके सामने हैं सूत्रों के बताए अनुसार चांपा नगर के राष्ट्रीय राजमार्ग 49 को रोशनी से चकाचौंध रखने की मंसा
से नगरपालिका द्वारा लाखो की धन राशि का उपयोग करते हुए थाना चौक से लेकर गटटानी लोहा दुकान तक हिचकोले खाती रोड़ के डिवाइडर पर लगे स्टीट लाइट के विद्युत पोल में झालर लाइट लगाया गया था जो महज ही महिनों मे खराब
होकर बंद हालात में है आज अभी के स्थिति मे 75 प्रतिशत झालर लाइट बंद पड़े हुए है ऐसी स्थिति में झालर लाइट अपने बेबसी की आसू बहा रही है नगर में उजियाला बिखेरने की चाहत मे लाइट भी नगरपालिका से आसु बहाकर गुहार लगा रहा
है फिर भी कोई सुध लेने वाला जिम्मेदार नही है जो नगर मे चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग अपने अपने अटकलें लगा कर अपनी अपनी विचार बाटते हुए चौक चौराहे एवं चाय ठेले पर देखने और सुनने को मिल ही जाते है कोई कहता है
नगर पालिका का खुला भष्टाचार है तो कोई कहता है चाइनीस लाइट बेकार है जितनी मुंह उतनी बातें, लेकिन लोग यह भी अटकलें लगा रहे हैं, हो सकता है यदि चांपा पालिका द्वारा भ्रष्टाचार का खुला खेल तमाशा का एक झलक दिखाने के लिए
चाइनीस लाइट को लगाया गया हो यह कौन नहीं जानता कि चाइनीस लाइट का क्या और कितना भविष्य और सर्विस रहता है यह सब जानते और समझते हैं फिर भी यदि चाइनीस लाइट का मुनाफा और कमीशन कमाने के लिए यह ढोंग ढकोसला
रचा गया है, है तो बड़ी हैरत वाली बात, और यदि ऐसा नहीं है तो मुख्य मार्ग बिजली पोलो में झालर लाइट लगाने वाले एजेंसी को इसकी शिकायत क्यों नहीं की गई, यहां भी अपने आप में भ्रष्टाचार का खुला आमंत्रण जैसा ही हालात निर्मित हो
रहा है आखिर क्या वजह था की झालर लाइटों की चंद ही महीनों में खराब होने के बाद इसकी मरम्मत कराने को लेकर जिम्मेदारों ने अपनी आंखें क्यों मूंद ली और क्या वजह है कि झालर खराब होने की जानकारी इनके जिम्मेदार मैकेनिक को
देने के बजाय लाखों रुपए का बन्दर बांट करके जवाबदार क्यों आंख मुंद लिए यह नगर में चर्चा का विषय है चांपा नगरपालिका में ऐसे कितने जनहित कार्य को अनदेखा छोड़ दिया गया है जानने के लिए पढ़ते रहिए जनधारा अखबार राजू साहू के साथ।