:राजकुमार मल:
भाटापारा- दीपावली तक बनी रह सकती है रबी फसल की आवक। इस एक धारणा ने
महामाया को 2000 से 2200 रुपए क्विंटल पर रोक दिया है। सरना शांत है, तो सफरी
ने मंडी प्रांगण से दूरी बना ली है।
खरीफ में बेहतर फसल की खबर आने लगी है लेकिन रबी फसल की
जिस तरह आवक हो रही है, उससे भाव में ठहराव की स्थिति बनती नजर आ रही है।
इसके बावजूद आवक में गति बनी हुई है। चालू कारोबारी सप्ताह की
शुरुआत में लगभग 25 से 30 हजार क्विंटल की आवक बताई जा रही है।

पहली बार दीपावली तक
गुजरा रबी सत्र खाद्य प्रसंस्करण ईकाइयों के लिए बेहद शानदार रहा। खासकर पोहा उत्पादन करने वाली ईकाइयों को पोहा क्वालिटी के धान के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ी क्योंकि मांग के अनुरूप महामाया धान मिलता रहा। यह क्रम अभी जारी है। किसान भी खुश रहे क्योंकि प्रतिस्पर्धी खरीदी में भाव में मजबूती बनी रही। यह अभी भी 2000 से 2200 रुपए क्विंटल पर मजबूत है जबकि सरना 1800 से 1900 रुपए क्विंटल पर स्थिर है।
मजबूती बारीक में भी
निर्यात बंद है विष्णुभोग चावल में लेकिन चावल बनाने वाली ईकाइयां खरीदी का स्तर बनाए रखीं हुईं हैं। इसलिए विष्णु भोग 7000 रुपए से 7500 रुपए क्विंटल पर नीलाम हो रहा है। 3000 रुपए से 3200 रुपए क्विंटल पर मजबूत है सियाराम धान जबकि एचएमटी को अभी भी प्रतिक्षा बेहतर मांग की है क्योंकि कीमत प्रति क्विंटल 2500 रुपए पर ही है। तेजी की धारणा फिलहाल नहीं है।

चावल में ऐसे हैं भाव
धान में तूफानी तेजी के बाद विष्णुभोग चावल में प्रति किलो कीमत 150 से 155 रुपए बोली जा रही है। मांग भले ही नहीं है लेकिन उतार की संभावना नहीं है। सियाराम चावल में खुदरा बाजार प्रति किलो कीमत 60 से 65 रुपए बोल रहा है। खरीदी सामान्य है जबकि 50 से 55 रुपए किलो पर सामान्य मांग में बना हुआ है एचएमटी चावल।
