राजनीतिक पदाधिकारी का पालिका के सभाकक्ष में CMO ने किया स्वागत


इस संबंध में 3 दिसंबर को नगरपालिका के सभाकक्ष में नगरपालिका परिषद की बैठक आयोजित की गई थी । बैठक में विभिन्न पार्षदों व अन्य आमंत्रित लोगों के साथ ही सांसद प्रतिनिधि के रूप में कैलाश अग्रवाल भी उपस्थित थे । शाम को बैठक समाप्ति के बाद वर्तमान नपाध्यक्ष के पति चंद्रकुमार पटेल को भाजपा द्वारा नगर निकाय प्रकोष्ठ का प्रदेश सह संयोजक बनाया गया है । इसे लेकर मुख्यनगरपालिका अधिकारी द्वारा बैठक समाप्ति के तुरंत बाद इस पद की बधाई देते हुवे चंद्रकुमार पटेल को पुष्प भेंटकर स्वागत भी किया गया । वहां उपस्थित पार्षदों व अन्यों को भी स्वागत किए जाने के लिए यह कह कर बुलाया गया कि यह कोई राजनैतिक कार्यक्रम नहीं है । सीएमओ ने स्वयं तो किया ही किया अन्यों को भी स्वागत के लिए बुलाया पर कोई नहीं आया स्वागत के लिए ।


इस संबंध में सांसद प्रतिनिधि कैलाश अग्रवाल जो कि इस अवसर पर स्वयं उपस्थित थे ने बताया कि सीएमओ द्वारा स्वागत किया गया था व एक कर्मचारी द्वारा फोटो भी लिया गया था । वार्ड क्रमांक 5 के पार्षद रोहित प्रधान ने कहा कि बैठक समाप्ति के बाद सभी की उपस्थिति में सीएमओ द्वारा स्वागत किया गया । पार्षद रोहित ने कहा कि किसी एक राजनीतिक व्यक्ति जिसे पार्टी के प्रकोष्ठ का पदाधिकारी बनाया गया है उसका नगरपालिका कार्यालय के अंदर अधिकारी द्वारा सम्मान व स्वागत किया जाना गलत है । यह गलत परम्पराओ की शुरुवात है । इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए ।

वार्ड क्रमांक 6 के कांग्रेस पार्षद रमीज ने कहा कि बैठक समाप्ति के बाद स्वागत किया गया था यदि बैठक के दौरान स्वागत किया जाता तो वे सर्वप्रथम विरोध करते पर किसी राजनैतिक पार्टी के प्रकोष्ठ के पदाधिकारी का स्वागत करना गलत है हो सकता है अध्यक्ष पति होने के नाते उनका स्वागत किया गया होगा । जब इसका किस आधार पर स्वागत किया जायेगा पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया ।


इस संबंध में वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमल अग्रवाल ने कहा कि नगरपालिका की शासकीय बैठक में एक पार्टी प्रकोष्ठ के किसी भी पदाधिकारी का नगरपालिका शासकीय बैठक में स्वागत करना व मीटिंग में बैठना शासकीय नियमों का उलंघन है ये एक गलत परंपरा की शुरुआत की गई है जिसकी मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूँ । नगरपालिका में जब एक पार्टी पदाधिकारी का स्वागत हो सकता है तो अन्य पार्टियों के पदाधिकारियों का भी नगरपालिका अधिकारी द्वारा स्वागत किया जाना चाहिए ।


इस संबंध में एक भाजपा नेता ने नाम न प्रकाशित करने के बाद कहा कि किसी शासकीय कार्यालय में इस तरह राजनीतिक पार्टी से जुड़े व्यक्ति का जिसे पार्टी के प्रकोष्ठ का पदाधिकारी बनाया गया है उसका सम्मान या स्वागत करना नियम के विरुद्ध है । ऐसे में अन्य पार्टी के पदाधिकारियों का भी स्वागत करना पड़ेगा । कल यदि इस तरह की कोई मांग आने पर सीएमओ द्वारा क्या जवाब दिया जायेगा । सांसद का पद एक वैधानिक व निर्वाचित पद है । सांसद द्वारा कैलाश अग्रवाल को नगरपालिका का सांसद प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है व्यवहारिकता वश नगरपालिका में सांसद प्रतिनिधि नियुक्त होने के बाद उनका स्वागत किया जाना था पर नहीं किया गया । किंतु इसके बावजूद शासकीय कार्यालय को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने देना चाहिए ।


आम आदमी पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष आशिक हुसैन ने नगरपालिका में इस तरह एक राजनैतिक दल के किसी व्यक्ति का जिसे पार्टी संगठन का पद दिया गया है उसका स्वागत करना नितांत गलत है ।
नगरपालिका में इस तरह एक राजनीतिक पार्टी के पदाधिकारी नियुक्ति पर स्वागत को लेकर नगर में तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की जा रही है । तो वहीं इस अवैधानिक कृत्य को लेकर भाजपा , कांग्रेस के साथ ही कुछ पार्षद ,अन्य नेता व नगरवासी अपनी राजनैतिक व व्यवसायिक स्वार्थ तथा मजबूरी वश खुलकर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं पर मौखिक विरोध किया जा रहा है।


इस संबंध में विधायक चातुरी नंद व सीएमओ दिनेश यादव से उनकी प्रतिक्रिया लेनी चाही गई किंतु समाचार लिखे जाने तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई । जबकि यह मुद्दा विपक्षी पार्टियों के लिए अहम व सत्ताधारी पार्टी को घेरने के लिए पर्याप्त है किंतु इसका लाभ इनके द्वारा नहीं उठाया जा रहा ।
इस संबंध में कुछ कानूनी जानकारों से जानकारी लिए जाने पर उन्होंने बताया कि नगरपालिका (नगरपालिका/नगर परिषद/नगर निगम) जैसे शासकीय कार्यालयों में किसी राजनीतिक पार्टी के पदाधिकारी का शासन स्तर पर “स्वागत-सम्मान” करना नियमसम्मत नहीं है।


क्योंकि शासकीय कार्यालय राजनीतिक निष्पक्षता के सिद्धांत पर चलते हैं ।सीएमओ तथा समस्त नगरपालिका कर्मचारी सरकारी सेवक माने जाते हैं।
वे किसी भी राजनीतिक दल, व्यक्ति या पदाधिकारी का सरकारी पद की हैसियत से सम्मान-अभिनंदन नहीं कर सकते। ऐसा करना राजनीतिक पक्षपात समझा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि सभी राज्यों में लागू “शासकीय सेवक आचरण नियम” के अनुसार: सरकारी कर्मचारी किसी राजनीतिक दल/नेता की गतिविधि में भाग नहीं ले सकते तथा किसी राजनीतिक पदाधिकारी का आधिकारिक स्वागत/सम्मान शासकीय पद का दुरुपयोग माना जा सकता है।
नगरपालिका कार्यालय सरकारी संस्थान है किसी पार्टी का नहीं होता । राजनीतिक दल अपने पदाधिकारियों का स्वागत पार्टी कार्यालय में कर सकते हैं, लेकिन नगरपालिका कार्यालय एक शासकीय कार्यालय होता है , इसलिए वहां ऐसी राजनीतिक गतिविधि नहीं हो सकती।
सीएमओ या नगरपालिका प्रशासन द्वारा किसी राजनीतिक पार्टी के “प्रदेश सह-संयोजक” या अन्य आंतरिक पदाधिकारी का स्वागत करना नियमों के खिलाफ है, और शिकायत होने पर आचरण नियम उल्लंघन की विभागीय जांच हो सकती है ।

फोटो खींचे कर्मचारी ने फोटो देने से किया इनकार

नगरपालिका कार्यालय में जब इस पार्टी पदाधिकारी का सीएमओ द्वारा स्वागत कार्यक्रम किया जा रहा था उस समय नगरपालिका के एक कर्मचारी द्वारा फोटो भी खींचा गया था । किंतु जब इस स्वागत की घटना सोशल मीडिया में ट्रोल होने के बाद उक्त कर्मचारी से सांसद प्रतिनिधि कैलाश अग्रवाल व पार्षद रोहित प्रधान द्वारा उक्त फोटो मांगे जाने पर फोटो नहीं खींचने का बहाना बनाकर फोटो देने से इनकार कर दिया गया ।
वहीं कुछेक पार्षदों से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि हां !स्वागत तो किया गया था । पर हम विरोध इसलिए नहीं कर पा रहे हैं कि वार्ड के विकास के लिए हमें वार्डवासियों ने चुना है । विरोध करने पर हमारे मांगो को अनदेखा कर दिया जायेगा जिससे वार्डवासियों को हम सुविधा उपलब्ध नहीं करा पाएंगे इसलिए मजबूरीवश हमें गलत हो रहे कार्यों के लिए भी चुप रहना पड़ता है ।
इस संबंध में कलेक्टर के साथ ही उच्च अधिकारियों को भी शिकायत किए जाने की बात सामने आ रही है

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