Chhattisgarh Godhan Nyay Yojana : गोधन न्याय योजना के हितग्राहियों को सीएम भूपेश आज करेंगे राशि का भुगतान, गोबर खरीदने में स्वावलंबी गौठानों की बराबर भागीदारी
Chhattisgarh Godhan Nyay Yojana : रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 20 को मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में गोधना न्याय योजना के तहत राशि हस्तानांतरित करने के लिए आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से 63 करोड़ ऑनलाइन ग्रामीणों, महिला समूहों और गौठान समितियों को 8 करोड़ रुपये की राशि जारी करेंगे.
Chhattisgarh Godhan Nyay Yojana : 1 फरवरी 2.38 लाख क्विंटल गाय के गोबर से 4 लाख 76 लाख रुपये, गौठान समितियों को 2.28 लाख रुपये और गौठान समूहों में पशुपालकों, ग्रामीणों, किसानों और भूमिहीन लोगों से 1.59 लाख रुपये महिलाओं को खरीदा गया।
गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी में स्वावलंबी गौठानों ने भाग लेना शुरू कर दिया है। पिछले एक पखवाड़े से गायों की खरीद के लिए भुगतान की जाने वाली राशि में स्वावलंबी गौठानों की हिस्सेदारी 60 से 70 फीसदी होने लगी है. आज की स्थिति में 50 प्रतिशत से अधिक गौठान आत्मनिर्भर हो चुके हैं,
जो गोबर और गोमूत्र खरीदने के अलावा गौठानों का अन्य खर्च अपनी पूंजी से वहन करते हैं। गौठानों में एक फरवरी से 15 फरवरी तक कुल 2.38 हजार क्विंटल गोबर की खरीद की गई। इसके बदले गोबर विक्रेताओं को हस्तांतरित की जाने वाली 4.76 करोड़ रुपये में से 2.06 करोड़ रुपये कृषि
CM Baghel Cabinet Meeting Today : भूपेश बघेल कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक आज….
विभाग और 2.70 करोड़ रुपये स्वावलंबी गोठानों द्वारा दी जायेगी. अभी तक स्वयं सहायता गौठानों द्वारा गोबर खरीदने के स्थान पर स्वयं के कोष से 40.19 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है.
गौरतलब है कि प्रदेश में गोधन न्याय योजना के तहत हितग्राहियों को 403 करोड़ 58 लाख रुपये की राशि वितरित की जा चुकी है. 20 फरवरी को 8.63 करोड़ रुपये का भुगतान करने के बाद राशि 412 करोड़ 21 करोड़ रुपये हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में गोधन न्याय योजना के तहत 20 जुलाई 2020 से 2 रुपये प्रति किलो की दर से गोबर का उपार्जन
किया जा रहा है. प्रदेश के गौठानों में 15 फरवरी 2023 तक 105.63 हजार सेंट गोबर की खाद खरीदी गई। गोबर व्यवसायियों से खरीदे गए गोबर के एवज में 31 जनवरी तक 206 लाख 49 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है. गोबर विक्रेताओं को 20 फरवरी को 4.76 करोड़ रुपये का भुगतान करने के बाद यह राशि 211 करोड़ 25 करोड़ रुपये हो जायेगी.
गौठान की समितियों व स्वयं सहायता समूहों को 179 करोड़ 11 लाख रुपये का भुगतान किया गया। गौठान समितियों एवं स्वयं सहायता समूहों को 20 फरवरी को 3.87 करोड़ रुपये का भुगतान करने के बाद यह राशि बढ़कर 182.98 करोड़ रुपये हो जायेगी.