Charama Big News 4 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालिन आंदोलन में छत्तीसगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी
Charama Big News चारामा ! विकासखंड चारामा के सभी हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों में पदस्थ सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अपनी 4 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालिन आंदोलन में छत्तीसगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारी प्रकोष्ठ संघ के बैनर तले हड़ताल पर चले गए हैं।
जिसके बाद से ग्रामों में स्वास्थ्य की व्यवस्था लचर हो गई है ग्रामों में स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था लचर हो गई है। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी संघ की मांग हैं की राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, छत्तीसगढ़ अंतर्गत कार्यरत समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को शासन के घोषणा पत्र के अनुरूप एवं भारत सरकार द्वारा जारी प्रस्ताव के अनुरूप नियमित किया जावे एवं नियमितीकरण होने तक समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को 62 वर्ष नौकरी की सुरक्षा / गारंटी प्रदाय किया जावे।
राज्य में पदस्थ समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों का वेतन विसंगति दूर करते हुए भारत सरकार द्वारा जारी वित्तीय दिशानिर्देश के अनुरूप प्रति माह 25,000 रुपये वेतन एवं 15,000 हजार रुपये कार्य आधारित वेतन (PLP) प्रति माह प्रदाय किया जावे।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को उनके गृह जिला में स्थानांतरण हेतु सुविधा प्रदाय किया जावे ।समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को शासन, मानव संसाधन नीति 2018 एवं कर्मचारी भविष्य निधि के नियमानुसार ई.पी.एफ. का लाभ प्रदाय किया जावे ।
संघ पदाधिकारियों में बताया कि शासन से बार बार पत्राचार व निवेदन किया किए जा चुका है साथ ही 1 दिवस व 3 दिवस का आकस्मिक अवकाश लेकर धरना- प्रदर्शन भी किया गया और जायज मांगों के प्रति शासन का ध्यान आकर्षण कराया गया। 6 अप्रैल को प्रदेश के लगभग 4000 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी तूता धरना स्थल रायपुर में ऐतिसाहिक प्रदर्शन कीए ,इसके बावजूद भी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारीयो की मांगों पर शासन ने कोई विचार नहीं किया ।
जिससे हताश व विवश होकर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारीयो ने 04 जुलाई 2023 से छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर अनिश्चितकालीन आंदोलन में जाने का निर्णय लिया है। एक ओर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों की हड़ताल ,दूसरी ओर संविदा कर्मचारियों की हड़ताल और तीसरी ओर 7 जुलाई से नियमित स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल के बाद से प्रदेश सहित विकास खंड के स्वास्थ्य की सेवाएं पूर्णतः चर मरा जाएगी, ऐसे में शासन प्रशासन को इन सभी संघों की मांगों पर जल्द से जल्द विचार करना होगा।