रायपुर: छत्तीसगढ़ के रायपुर और बिलासपुर स्थित एन्टी-करप्शन ब्यूरो ने आज एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के तहत, आरोपी अमित दुबे, जो कि जिला-कोरबा की मर्या शाखा के ब्रांच मैनेजर हैं, और आशुतोष तिवारी, जो कैशियर हैं, को 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। इस कार्रवाई का मुख्य शिकायतकर्ता रामनोहर यादव ने किया है।
रामनोहर यादव, जो कि छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के धंवरा डोंगरी गाँव के निवासी हैं, ने शिकायत की है कि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्या शाखा, जिला-कोरबा में उनके द्वारा बेचे गए धान का भुगतान के लिए 5 लाख रुपये की आहरण राशि के लिए आरोपीगण अमित दुबे और आशुतोष तिवारी द्वारा 7500 रुपये की रिश्वत की मांग की गई थी।
शिकायत के बाद, एन्टी-करप्शन ब्यूरो ने कार्रवाई की और दोनों आरोपियों को आज गिरफ्तार कर लिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मामले में आरोपीगण ने रिश्वत न लेते हुए अखबारियों के सामने 5000 रुपये की रिश्वत लेने का आरोप स्वीकार किया।
इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत कार्रवाई की गई है। यह मामला छत्तीसगढ़ के राजनैतिक और सामाजिक संस्कृति में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है।