CG Bhanupratappur News : रामकृष्णपुर से रूपनगर तक बनी लाखो की पीएम सड़क उखड़ने लगी
पीएम सड़क के अधिकारियों के संरक्षण में बनाये जा रहे खराब सड़के
CG Bhanupratappur News : भानुप्रतापपुर। प्रधानमंत्री मंत्री ग्रामीण सड़क के संरक्षण में बनाये गए रामकृष्णपुर पी व्ही 126 से रूपनगर पी व्ही 24 कुल लम्बाई 3.15 किलोमीटर लागत 142.19 लाखो की सड़क महज ही कुछ महीनों में उखड़ने लगी है।
नियम कायदे को दरकिनार करते हुए ठेकेदार व अधिकारियों के मिलीभगत से गुणवत्ताहीन सामग्रियों का उपयोग के चलते क्षेत्र की अधिकांश पीएम सड़क का यही हाल बना हुआ है।
विदित हो कि वर्तमान कार्यपालन अभियंता श्री संतोष ठाकुर के कार्यकाल में बनाये जा रहे सड़क उखड़ने, धसने, की अधिक शिकायत सामने आ रही है।
जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि सड़क निर्माण कार्य में नियमो का पालन नही किया जा रहा है। बता दे कि रामकृष्णपुर पी व्ही 126 से रूपनगर पी व्ही 24 कुल लम्बाई 3.15 किलोमीटर लागत 142.19 लाख की सड़क का
निर्माण कार्य 29 दिसम्बर 2018 को प्रारंभ की गई थी, कार्य संभावित पूर्णतः 12 अक्टूबर 2019 को ठेकेदार मेमर्स लैंडमार्क रॉयल इंजीनियरिंग राजनांदगांव के द्वारा किया गया। सड़क का डामरीकरण कार्य कार्यपालन अभियंता श्री संतोष
ठाकुर के संरक्षण में जून 2022 में किया गया जो कई जगहों से उखड़ने लगे है।

रामकृष्णपुर पी व्ही 126 से रूपनगर पी व्ही 24 के ग्रामीणों ने बताया कि सड़क में डामरीकरण का कार्य जून 2022 में किया गया, डामरीकरण के पूर्व ही सड़क के सफाई किया जाना था, लेकिन इनके द्वारा बिना साफ किये ही मिट्टी के
ऊपर डामरीकरण कर दिया गया, जिसके चलते सड़क में डामर उखड़ने लगी है। डामरीकरण के समय ठेकेदार एवं विभाग के अधिकारियों को भी कहा गया कि सड़क की सफाई के उपरांत डामरीकरण का कार्य करे, लेकिन हमारी बात
न ही अधिकारी सुनी और न ही ठेकेदार। पक्की सड़क बनाकर कर चले गए अब स्थिति यह है कि सड़क से डामर उखड़ने लगी है, कुछ दिनों में सड़क की हालत जर्जर हो जाएगी।
संवेदनशील क्षेत्र का फायदा
विदित हो कि भानुप्रतापपुर, दुर्गुकोंदल एवं पखांजूर क्षेत्र के अधिकांश ग्राम संवेदनशील एवं अति संवेदनशील क्षेत्रों में स्थित होने के कारण लोगो का आवागमन कम होता है, जिसका भरपूर फायदा अधिकारी व ठेकेदार द्वारा उठाये जाते है।
पूर्व में भी कोदापाखा, मेड़ो,करकापाल, मंगहूर एवं अन्य स्थानों के खराब सड़को का समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया जा चुका है।

वर्तमान में अधिकांश सड़क का डामरीकरण
बता दे के प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क विभाग के द्वारा तीन से चार चरणों मे सड़क निर्माण का काम किया जाता है, अंतिम चरण में सड़क की डामरीकरण किया जाता है। वर्तमान कार्यपालन अभियंता श्री संतोष ठाकुर के कार्यकाल के दौरान
अधिकांश सड़क का डामरीकरण कार्य कर फाइनल किया गया है, वही सड़क उखड़ने, धसने आदि के शिकायत भी ज्यादा देखने व सुनने को मिल रहे है।
जांच कार्यप्रणाली भी संदेह के दायरे में
गौरतलब हो कि पीएम सड़क निर्माण में खराब सड़क बनाये जाने को लेकर ग्रामीणों की शिकायत के आधार पर समाचार के माध्यम से उच्च अधिकारियों को अवगत कराये जाते है। जांच के लिए अधिकारी आते भी है लेकिन जांच सही तरह से
न करते हुए मोटी कमीशन लेकर गलत रिपोर्ट तैयार कर बड़े अधिकारियों को भी गुमराह किया जाता है। इसीलिए तो खराब सड़क बनाने वाले न तो कभी अधिकारियों पर कार्यवाही होती है और न ही ठेकेदार पर की जाती है। गत दिनों
करोड़ों की लागत से करकापाल से मंगहूर मार्ग की शिकायत किया गया था, जांच के नाम पर केवल खाना पूर्ति कर मोटी कमीशन लेकर चलते बने।