स्वावलंबी भारत अभियान को लेकर सरायपाली में कैट महत्वपूर्ण बैठक…लघु उद्योग व स्वदेशी व्यापार की दी गई जानकारी

बैठक में स्वालंबन, स्वदेशी और क्लस्टर योजना की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई। स्वदेशी जागरण मंच के श्री त्रिपाठी ने स्वदेशी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोगों को विदेशी वस्तुओं से परहेज कर भारतीय उत्पादों को अपनाने हेतु जागरूक करना ही सच्चे आत्मनिर्भर भारत की दिशा है।

इस दौरान प्रान्त सह समन्वयक संजय चौबे ने बताया कि सरायपाली का भौगोलिक व आर्थिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। यहां निजी औद्योगिक इंडस्ट्रियल स्टेट स्थापित कर युवाओं और महिलाओं के लिए एक मजबूत इकोसिस्टम तैयार किया जा सकता है।

5000 ,10,000 एवं 20000 वर्गफुट तक के प्लाट काटकर उपलब्ध कराए जाने से स्थानीय स्तर पर उद्योगों की स्थापना हो सकती है । इसमें 5 करोड़ तक की सब्सिडी का लाभ निजी औद्योगिक इंडस्ट्रियल स्टेट स्थापना करने वाले को मिल सकता है ।

साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं तथा MSME क्लस्टर योजना से 30 करोड़ रुपये तक के अनुदान का लाभ भी लिया जा सकेगा।

बैठक में संजय चौबे ने यह भी रेखांकित किया कि सरायपाली से रायगढ़, रायपुर, बिलासपुर, संबलपुर, झारसुगुड़ा और अंगुल जैसे औद्योगिक नगर पास हैं। साथ ही 300 से अधिक नज़दीकी गांवों से स्किल्ड वर्कर आसानी से उपलब्ध हो सकेंगे।

इससे रोजगार सृजन होगा और युवाओं का पलायन भी रुकेगा। साथ ही बैठक में लघु उद्योग व स्वदेशी बाजार व व्यापार पर विस्तृत व महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।

बैठक में गुञ्जन अग्रवाल, अभाष अग्रवाल, उमंग अग्रवाल, विशाल अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, मनोज अग्रवाल और महेश अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में व्यापारी शामिल रहे। अंत में शंकर त्रिपाठी ने आगामी माह में एक बड़ी बैठक आयोजित करने का प्रस्ताव रखा, ताकि विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा सके।

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