:अनूप वर्मा:
चारामा: कांग्रेस नेता एवं गौ सेवा आयोग के पूर्व सदस्य नरेंद्र यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी अब पिछड़े वर्ग को छलना बंद करें क्योंकि पिछड़ा वर्ग अब जाग चुका है और वह जानता है की उनको न्याय केवल कांग्रेस पार्टी और राहुल गाँधी के जातिगत जनगणना और जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी एवं आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत के बंधन से मुक्त करने के कॉन्सेप्ट से मिलेगा।
सभी जानते है की मोदी सरकार जनगणना को लगातार टालते आ रही थी और जातिगत जनगणना के विरोध में थीं लेकिन राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के द्वारा पूरे देश में जातिगत जनगणना के लिए माहौल बनाने के बाद मजबूरन दबाव में मोदी सरकार को झुकना पड़ा और अब जातिगत जनगणना का रास्ता साफ हुआ है।
अब कांग्रेस पार्टी और राहुल गाँधी की लड़ाई पिछड़े वर्ग को उनकी आबादी के हिसाब से आरक्षण दिलाने का है जिसमे सबसे बड़ी बाधा आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा है कांग्रेस पार्टी और राहुल गाँधी की सोच है कि आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा को हटाकर एस टी एस सी और ओबीसी को उनकी आबादी के हिसाब से पूरे देश में आरक्षण मिले।

भारतीय जनता पार्टी अगर सच्चे में पिछड़े वर्ग की हितैषी है तो जातिगत जनगणना करवा कर आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा को खत्म कर जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी के तहत आरक्षण लागू करे।
यादव ने आगे कहा की पूर्ववर्ती भूपेश सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण के संबंध में जो विधेयक विधानसभा से पारित किया गया था वह राजभवन में आज तक किसके कारण से रुका हुआ है
सब जानते हैं अगर भाजपा की नियत साफ है तो राजभवन में लंबित विधेयक को तुरत पास कराए। हम सभी जानते है की विधेयक राजभवन में लंबित होने के कारण पिछले पंचायत और नगरी निकाय चुनाव में ओबीसी समाज को भारी नुकसान उठाना पड़ा और कहीं कहीं तो आरक्षण शून्य हो गया ।
एक ओर पिछड़ा वर्ग द्वारा अपने लंबित मांगो को लेकर सरकार से लेकर राज्यपाल तक कई बार ज्ञापन पे ज्ञापन दिया जा चुका है,और कई सभा व आंदोलन के जरिए सरकार को चेताया गया है । लेकिन भाजपा सरकार द्वारा अभी तक कुछ पहल नहीं किया गया
और दूसरी और पिछड़े वर्ग का संभागीय सम्मेलन में पिछड़े वर्ग का हितैषी होने का ढोंग कर रहे है।