नारायणपुर, 18 दिसंबर: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित संवेदनशील इलाके से एक ऐसी खबर आई है, जो पूरे देश को झकझोर रही है। नक्सलियों से सीधे आमने-सामने लोहा लेने वाले बीएसएफ के बहादुर जवान सचिन कुमार ने अपनी ही सर्विस राइफल से खुद को गोली मार ली। सोनपुर थाना क्षेत्र के होरादी बीएसएफ कैंप में हुई इस दर्दनाक घटना में जवान को तुरंत मौके पर ही मौत हो गई।

उत्तर प्रदेश का जवान, नक्सल दुर्गम इलाके में तैनात
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के निवासी सचिन कुमार नक्सल मोर्चे की सबसे चुनौतीपूर्ण पोस्टिंग पर तैनात थे। होरादी कैंप नक्सलियों का गढ़ माना जाता है, जहां हर पल जान का खतरा मंडराता है। जवान ने अचानक यह कदम क्यों उठाया, इसका राज अभी तक नहीं खुला है। नारायणपुर एसपी रॉबिंसन गुड़िया ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया, “आत्महत्या के पीछे ठोस कारणों का पता नहीं चला है। सभी पहलुओं से गहन जांच चल रही है।”
पुलिस पहुंची, शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तुरंत मर्ग दर्ज किया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल साथी जवानों से पूछताछ जारी है। क्या नक्सली धमकियों ने तोड़ा मनोबल? पारिवारिक परेशानी? या ड्यूटी का दबाव? अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने पर ही पूरी सच्चाई सामने आएगी।
नक्सल क्षेत्रों में जवानों का मानसिक तनाव कोई नई बात नहीं। दूर परिवार से कटे, लगातार खतरे में रहने वाले ये वीर सपूत अक्सर चुपचाप दर्द सहते हैं। सचिन की मौत ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए—क्या हमारे शहीदों के लिए पर्याप्त काउंसलिंग और सहायता व्यवस्था है?