कनेक्शन के लिए मांगे थे 50 हजार, लोरमी में ACB ने जूनियर इंजीनियर को पकड़ा
मुंगेली
छत्तीसगढ़ के मुंगेली में एंटी करप्शन की टीम ने बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर को 15,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जूनियर इंजीनियर ने बिजली कनेक्शन देने के बदले रिश्वत की मांग की थी। जूनियर इंजीनियर ने प्रार्थी से 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी, जिसमें 15 हजार रुपए में बात तय हो गई।
जिसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से की। एसीबी ने जूनियर इंजीनियर को कार के अंदर 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई मुंगेली जिले के लोरमी में की गई। जानकरी के अनुसार, ग्राम पाली का रहने वाले नंद कुमार साहू ने अपने घर के लिए लोरमी बिजली विभाग के ऑफिस में बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया था।
बिजली कनेक्शन के लिए मांगा 50 हजार रिश्वत
इस पर 11 जून को बिजली विभाग लोरमी में पदस्थ जूनियर इंजीनियर कृष्ण कुमार गुप्ता उनके घर पहुंचे और कहा कि कहा कि वह बिना परमिशन के बिजली चला रहे हैं। इसके बाद तार काट दिए और बोले, “कार्रवाई से बचना है तो 50 हजार रुपए देने होंगे।”
15 हजार रुपए में तय हुई बात
इस पर जब नंद कुमार ने 50 हजार से देने मना किया। बाद में बातचीत कर के 15 हजार रुपए में बात तय हो गई। इसके बाद नंद कुमार ने जेई को रिश्वत न देने का मन बनाया और उसके खिलाफ बिलासपुर ACB से शिकायत की। एसीबी ने नंद कुमार की शिकायत की जांच की तो सही पाया। इसके बाद ACB ने जेई को रंगे हाथों पकड़ने की पूरी प्लानिंग की।
कार के डैशबोर्ड में रिश्वत की रकम रखते ही पकड़ाया
20 जून को नंद कुमार जेई को पैसे देने गया। जैसे ही नंद कुमार ने पैसे दिए तो जेई ने उसे कार के डैशबोर्ड में रखवाया। इसी दौरान वहां पहले से मौजूद ACB की टीम ने उसे तुरंत पकड़ लिया। मौके से रिश्वत की राशि बरामद कर ली गई है। मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। ACB ने इंजीनियर के खिलाफ भ्रष्टाचार के कानून के तहत केस दर्ज किया है और उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ACB ने बताया कि मुंगेली जिले में 6 महीनों में यह पांचवीं बड़ी कार्रवाई है। इससे पहले भी कई सरकारी अधिकारी और कर्मचारी रिश्वत लेते पकड़े जा चुके हैं।