:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली : छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति को तोड़े जाने की घटना ने
पूरे प्रदेश को आक्रोश और पीड़ा से भर दिया है। यह कृत्य केवल एक मूर्ति के खिलाफ
नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता, गौरव, संस्कृति और मातृभूमि के सम्मान
पर सीधा हमला है। इस घटना पर विधायक चातुरी नंद ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की.

विधायक चातुरी नंद ने कहा कि “छत्तीसगढ़ महतारी हमारे अस्तित्व, हमारी पहचान और हमारी मातृभूमि की प्रतीक हैं। उनकी मूर्ति को नुकसान पहुंचाना पूरे प्रदेश की भावनाओं का अपमान है। भाजपा सरकार के शासनकाल में छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा, बोली-भाषा और तीज-त्योहार पर लगातार हमला किया जा रहा है। यह घटना उसी मानसिकता का परिणाम है जो छत्तीसगढ़ की मिट्टी से जुड़ी भावनाओं को कमजोर करना चाहती है।”
विधायक ने कहा कि जब भाजपा शासन में छत्तीसगढ़ महतारी जैसी मातृशक्ति के प्रतीक को भी नहीं छोड़ा गया, तब यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार की नीयत छत्तीसगढ़ की अस्मिता को मिटाने की है।

उन्होंने कहा “महतारी केवल मूर्ति नहीं, वह हर छत्तीसगढ़िया के हृदय में बसने वाली आस्था हैं।
भाजपा सरकार के मौन और निष्क्रिय रवैये ने पूरे प्रदेश को दुख और रोष से भर दिया है।
सरकार को तुरंत यह स्पष्ट करना चाहिए कि दोषियों पर अब तक क्या कार्रवाई हुई और क्या वह छत्तीसगढ़ की अस्मिता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है या नहीं?”
विधायक चातुरी नंद ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, गृहमंत्री विजय शर्मा सहित पुलिस प्रशासन से मांग की है कि दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी कर उन पर कठोरतम कानूनी कार्रवाई की जाए, उसी स्थान पर नई छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति शीघ्र स्थापित की जाए। साथ ही उन्होंने यह भी मांग की कि राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सख्त सुरक्षा प्रावधान किए जाएं तथा सरकार को छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण हेतु स्थायी नीति बनानी चाहिए।
विधायक चातुरी नंद ने कहा कि “कांग्रेस पार्टी हर स्तर पर इस मुद्दे को उठाएगी। यह केवल राजनीति नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की अस्मिता की लड़ाई है।
भाजपा सरकार को यह समझना होगा कि महतारी पर हमला, हर छत्तीसगढ़िया की आत्मा पर हमला है।
हम इस अपमान को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि “हम सब मिलकर शांतिपूर्वक लेकिन दृढ़ता के साथ अपनी मातृभूमि के सम्मान की रक्षा करें।
यह संघर्ष छत्तीसगढ़ की पहचान, संस्कृति और हमारी आने वाली पीढ़ियों के स्वाभिमान का है।”
विधायक चातुरी नंद ने कहा कि यदि सरकार शीघ्र कार्रवाई नहीं करती, तो हम जनांदोलन की राह अपनाएंगे और हर गाँव, हर शहर से महतारी के सम्मान की आवाज बुलंद की जाएगी।