Blood pressure : आइये जानते है मरीज को किस पोजिशन में लेनी चाहिए बीपी की रीडिंग ?

Blood pressure :

Blood pressure : क्या वाकई लेटकर ब्लड प्रेशर चेक करने से सटीक आ सकती है रीडिंग? नई स्टडी पर एक्सपर्ट्स कर रहे हैं विचार

Blood pressure : जब लोग हाई या लो ब्लड प्रेशर के शिकार होते हैं तो उनको अक्सर कई मौकों पर बीपी की रीडिंग लेने के निर्देश दिए जाते हैं. ब्लड प्रेशर की रीडिंग लेने के लिए अभी तक हेल्थ एक्सपर्ट लेटने की बजाय बैठकर बीपी की रीडिंग लेने की सलाह देते थे.

कहा जाता है कि इससे बीपी की रीडिंग काफी सटीक आती है. लेकिन हाल में अमेरिका में हुई एक स्टडी में कहा गया है कि बैठकर बीपी की रीडिंग लेने की अपेक्षा अगर लेटकर रीडिंग ली जाए तो ज्यादा सटीक रीडिंग आने के चांस बढ़ जाते हैं. हालांकि इस स्टडी को लेकर कोई आधिकारिक दावा नहीं किया गया है लेकिन डॉक्टर इस संबंध में विचार कर रहे हैं. इससे पहले भी कई बार इस तरह की स्टडी हो चुकी हैं कि मरीज को किस पोजिशन में बीपी की रीडिंग लेनी चाहिए.

Blood pressure : हाल ही में स्टडी में कहा गया है कि बैठने या किसी औऱ मुद्रा की बजाय अगर लेटकर बीपी की रीडिंग ली जाए तो बेहतर औऱ सटीक रीडिंग आने की उम्मीद बढ़ सकती है. हालांकि ये रिसर्च अपनी अपने प्रारंभिक स्टेप में है, लेकिन विशेषज्ञ इसको लेकर चर्चा कर रहे हैं. इस स्टडी में कहा गया है कि लेटकर बीपी की रीडिंग लेने से स्ट्रोक, हार्ट रिलेटेड गंभीर बीमारी औऱ यहां तक कि संभावित मौत का अनुमान लगाने में काफी आसानी होती है और इससे हार्ट संबंधी मौतों का आंकड़ा कम किया जा सकता है.

अलग अलग ग्रुप में रीडिंग लेकर हुआ खुलासा

 

Onion : भोजन के जायका से लेकर हमारी सेहत का मददगार है प्याज

इस स्टडी में करीब 12 हजार लोगों को शामिल किया गया. इन सभी लोगों को बीपी की परेशानी थी. सभी मरीजों को लिटाकर और बैठाकर दोनों ही पोजीशन में इनके ब्लड प्रेशर की रीडिंग ली गई. स्टडी में शामिल लोगों की उम्र 25 से लेकर 55 साल के बीच की थी औऱ सभी को चार ग्रुप्स में बांट दिया गया. ये ग्रुप नॉर्मल, हाई और लो बीपी के मरीजों के बने थे. इसके बाद हर ग्रुप को अलग अलग पोजिशन में रीडिंग देने के लिए कहा गया. इस तरह रीडिंग लेने के बाद पाया गया कि हाई और लो बीपी वाले मरीजों की सटीक रीडिंग लेटकर ही पाई गई. ऐसे लोगों में 62 फीसदी लोगों में स्ट्रोक का खतरा देखा गया जबकि 72 फीसदी लोगों में हार्ट कोरोनरी बीमारी का खतरा पाया गया.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU