स्कूल में बसों को चलाने की मांग, सडक़ की दुगर्ति से वाहन मालिक नहीं चलाना चाहते बस
रायगढ़। जिले के छाल में सडक़ों की हालत काफी खराब है। ऐसे में एसईसीएल के तहत सीएसआर से चलने वाली स्कूली बसों को अब बस मालिक बदहाल सडक़ के कारण चलाना नहीं चाहते। जिसे लेकर आज स्कूली बच्चे व उनके परिजनों ने एड़ू में चक्काजाम कर दिया। स्कूली बच्चे सडक़ के बीच में बैठ गए और उनकी मांग थी कि स्कूलों में बस चलाने के लिए एसईसीएल प्रबंधन जल्द ही कोई वैकल्पिक व्यवस्था करें। आज चक्काजाम में तीन से चार स्कूलों के करीब पचास से अधिक बच्चे व उनके परिजन अपनी मांगो को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
कई गांव के बच्चे प्रभावित
क्षेत्रवासियों ने बताया कि डोमनारा एसईसीएल आवसीय परिसर से छाल प्राथमिक, हायर सेकेण्डरी स्कूल तक बसे चलती थी और इसमें एडू, खेदापाली, बांधापाली, नवापारा, छाल व बोजिया गांव के बच्चे पढऩे के लिए जाते हैं, लेकिन बस नहीं चलने से इन्हें परेशानियां हो रही है।
6 घंटे से कर रहे आंदोलन
सुबह करीब 8 बजे स्कूली बच्चों व उनके परिजनों ने आंदोलन शुरू किया। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस के जवान मौके पर पहुंच गए, पर करीब छह घंटे बीत जाने के बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं हो सकी है। जिसके कारण उनका आंदोलन जारी था।
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सडक़ की हालत खराब
खरसिया से लेकर छाल तक करीब 24 किमी का सडक़ काफी खराब है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि सडक़ में बड़े बड़े गढ्डे हैं और इसके कारण कभी दुर्घटनाएं घटित हो सकती है। पूर्व में भी सडक़ के लिए प्रदर्शन किया गया था, पर अब तक रोड नहीं बन सकी।
सवारी बसों का रूट चेंज
खरसिया से धरमजयगढ़, अंबिकापुर, पत्थलगांव के लिए सवारी बसे चलती है, पर इनका भी रूट अब चेंज हो चुका है। ये बसे खरसिया से वृंदावन फिर हाटी से रास्ता बदल कर धरमजयगढ़ तक पहुंच रही है। ऐसे में छाल सहित करीब 7-8 गांव छूट जा रहे हैं। इससे ग्रामीणों को भी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
प्रस्ताव भेजा गया है
एसईसीएल छाल के सबएरिया मैनेजर अजय चौबे ने बताया कि सीएसआर के तहत बस के लिए प्रपोजल विभाग के उच्च कार्यालय में भेजा गया है। बच्चों की संख्या ज्यादा है दो और बस की मांग कर रहे हैं। वैकल्पिक व्यवस्था किया जाएगा। ताकि बच्चे स्कूल जा सके।