Bilaspur latest news : चुनाव जीतने के बाद अपने ही वादे से मुकर गए छत्तीसगढ़ की BJP सरकार : प्रियंका शुक्ला
Bilaspur latest news : बिलासपुर। आम आदमी पार्टी से राज्य सभा से सांसद डॉ संदीप पाठक* द्वारा छत्तीसगढ़ में स्थित मध्य भारत का फेफड़ा कहे जाने वाले हसदेव अरण्य के समृद्ध वन में हो रहे पर्यावरणीय प्रभाव पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री से सवाल पूछे है, जिस पर उनके द्वारा पूछा गया कि क्या हसदेव में कोई शोध कार्य हुआ है क्या, यदि हां तो उस पर खनन कार्यों में रोक लगाने की सिफारिश की गई है?
यदि हां तो सरकार द्वारा की गई कार्यवाही का ब्योरा दिया जाए,साथ सन 2023 में हसदेव अरण्य के वन में कुल कितने पेड़ काटे गए है,और कितने पेड़ लगाए गए है? भविष्य में खनन कार्यों हेतु काटे जाने वाले पेड़ो की संख्या भी पूछी गई, इसके अलावा दो अन्य पूरक प्रश्न लगाए गए थे परन्तु सदन में उन्हें पूरक सवाल पूछने का मौका नहीं मिला, क्युकी वे दोनों सवाल इतने गंभीर थे शायद पर्यावरण मंत्री उस सवाल का जवाब नहीं दे पाते इसलिए उन्हें मौका ही नहीं दिया गया l
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जो अन्य पूरक प्रश्न पूछा गया था उसमे संदीप पाठक जी ने सवाल किया था कि 2009 में भारत सरकार द्वारा हसदेव को no-go की श्रेणी में रखा गया था इसके बावजूद वहा किन कंपनियों को कोयला खदान आबंटित कर खनन हेतु जारी की गई अनुमति की जानकारी मांगी थी l
Bilaspur latest news : इसके साथ ही 26 जुलाई 2022 को छत्तीसगढ़ विधासभा में हसदेव के समृद्ध वन में आबंटित और चिन्हांकित समस्त कोल ब्लाक को निरास्त्त करने हेतु सर्वसम्मति से अशासकीय संकल्प पारित हुआ था l उक्त विधान सभा के प्रस्ताव पर केंद्र सरकार द्वारा लिए गए निर्णय की जानकारी भी मांगी गई है l विधान सभा में हसदेव के संरक्षण पर प्रस्ताव होने के बावजूद वहा हो रही पेड़ो की कटाई के सम्बन्ध में भी सवाल किए गए थे परन्तु इन सभी सवालो के जवाब से बचने के लिए उन्होंने मौका ही नहीं दिया गया l
इसके साथ ही पी.ई.के.बी कोयला खदान परियोजना के तहत किए गए प्रतिपूरक वृक्षारोपण को लेकर जो सवाल किए गए थे, इस पर केंद्र के तरफ से 50 लाख से अधिक पेड़ लगाने का दावा किया है, जिस पर प्रियंका शुक्ला ने बताया है कि उक्त सवाल का जवाब हास्यास्पद है, छत्तीसगढ़ में रहने वाला जंगलों को करीब से देखने वाला व्यक्ति इस बात को जानता है कि 50 लाख पेड़ लगाए जाने की बात हवा हवाई है।
प्रियंका शुक्ला जानकारी देते हुए कहती है कि जमीन पर जाकर देखने से पता चलता है कि कोरिया जिले में इसका काफी विरोध देखने को मिल रहा है, क्युकी यह क्षेत्र भी पांचवी अनुसूची क्षेत्र में आता है ऐसे में वहा लगातार आदिवासी समुदाय के उनके सामुदायिक वन अधिकार के क्षेत्र में जबरदस्ती वृक्षारोपण करने का प्रयास जिला प्रशासन द्वारा किया गया है। इसका विरोध आज भी किया जा रहा है l इस तरह 50 लाख पेड़ो का जो आकड़ा है वह अपने आप में कई सवाल खड़े करता है यह सारे आंकड़े केवल कागजी आकडे है l वास्तव में इतने पेड़ मौके पर जाने से देखने से नहीं मिलेंगे l
कोरिया ज़िले के 16 पंचायतों ने प्रतिपूरक वृक्षारोपण का विरोध किया था,क्यूकी इसमें उनके व्यक्तिगत वन अधिकार और सामुदायिक वन अधिकार की भूमि उनसे छीनी जाने थी इसका विरोध में ग्रामीणों द्वारा पेड़ो को लगाने नहीं दिया गया है । तो फिर ये 50 लाख पौधे गए कहा ?
प्रियंका शुक्ला कहती है कि मैं केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्री महोदय को छत्तीसगढ़ से चुनौती देती हू यदि इतने पेड़ आकर हमको दिखा दे, हालाकि पेड़ और जंगल दो अलग अलग प्रक्रिया है, हजारों वर्षों के बने हुए समृद्ध जंगल की बराबरी वृक्षारोपण से नही की जा सकती, लेकिन फिर भी सरकार जिस प्रयास की बात बता रही है, वो झूठी है, इसलिए ही शायद डॉक्टर संदीप पाठक जी को और सवाल करने का मौका नहीं मिला, क्युकी सरकार के पास जवाब नही था।
Bilaspur latest news : हसदेव के जंगल को बचाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की सरकारों ने सिर्फ छत्तीसगढ़ की जनता को ठगा है, वोट के नाम पर झूठ बोला और जीत के बाद वादे से पलट गए, ऐसी पलटू सरकार को तो कुर्सी पर बैठने का कोई हक नही है, विष्णु देव साय जी जो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री है और जो स्वय एक आदिवासी समुदाय से आते है, उनको तो स्वय से ही कुर्सी छोड़ कर, इस्तीफा देकर आदिवासी समुदाय के साथ खड़े हो जाना चाहिए।
आम आदमी पार्टी, हसदेव के जंगल और छत्तीसगढ़ के आदिवासी किसान और आम जनता के साथ है, और हसदेव को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रियंका शुक्ला ने बोला कि छत्तीसगढ़ के लोगो की तरफ से मैं डॉ संदीप पाठक जी का धन्यवाद देती हूँ जिन्होंने हसदेव की आवाज़ को सदन में उठाया, और केंद्र और राज्य की बी जे पी सरकार को लानत भेजती हूँ, जो छत्तीसगढ़ की जनता से,यहां के हसदेव के आदिवासी से झूठ बोला है औऱ जनता को ठगा है।