पटना | बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए ने आज अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है।
इसमें समाज के हर वर्ग — युवाओं, महिलाओं, किसानों, पिछड़े वर्गों और
व्यापारियों — को साधने की कोशिश की गई है।
महागठबंधन के “तेजस्वी प्रण” के तीन दिन बाद जारी इस संकल्प
पत्र को राजनीतिक गलियारों में उसकी काट के रूप में देखा जा रहा है।

संकल्प पत्र में एनडीए ने 1 करोड़ से अधिक रोजगार के अवसर सृजित करने और 1 करोड़ महिलाओं को “लखपति दीदी” बनाने का वादा किया है।
इसके साथ ही किसानों के लिए हर फसल पर एमएसपी की गारंटी देने की प्रतिबद्धता जताई गई है।
घोषणापत्र जारी करने के अवसर पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा सहित एनडीए के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
“न्यू पटना” और “सीतापुरम” का खाका
एनडीए के संकल्प पत्र में पटना के समीप “न्यू पटना” में ग्रीनफील्ड सिटी विकसित करने की घोषणा की गई है। साथ ही राज्य के प्रमुख शहरों में सैटेलाइट टाउनशिप बनाने की योजना है।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मां जानकी की जन्मस्थली जनकपुर (सीतामढ़ी) को विश्वस्तरीय आध्यात्मिक नगरी “सीतापुरम” के रूप में विकसित किया जाएगा।

बिहार को नई उड़ान
एनडीए ने बुनियादी ढांचे पर भी बड़ा फोकस रखा है। पटना के पास ग्रीनफील्ड अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, और दरभंगा, पूर्णिया, भागलपुर में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की घोषणा की गई है।
इसके अलावा 10 नए शहरों से घरेलू उड़ानें शुरू करने की योजना है, जिससे राज्य के विकास को नई गति मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
एनडीए का दावा है कि यह संकल्प पत्र केवल वादों का नहीं, बल्कि “विकसित बिहार” के लिए कार्य योजना है

 
	
 
											 
											 
											 
											