रियलिटी शो बिग बॉस 19 का ग्रैंड फिनाले खत्म हो गया है और इस सीजन का खिताब गौरव खन्ना ने अपने नाम कर लिया है। गौरव को न सिर्फ चमचमाती ट्रॉफी मिली, बल्कि 50 लाख रुपये की प्राइज मनी और एक लक्ज़री कार भी मिली है।
सीजन के दौरान जहां घर में लगातार बहस, झगड़े और ड्रामा देखने को मिला, वहीं गौरव ने हमेशा शांत और संयमित अंदाज में खेल खेला। न उन्होंने अनावश्यक विवाद किए और न ही किसी झगड़े में खुद को उलझाया। यही उनकी सबसे बड़ी ताकत साबित हुई।
फिनाले तक का गौरव का सफर — धैर्य ने दिलाई बड़ी जीत
गौरव को फिनाले की रेस में मजबूत बढ़त ‘टिकट टू फिनाले’ टास्क में मिली।
इस टास्क में कंटेस्टेंट्स को पानी से भरा भारी कटोरा कंधे पर रखकर लकड़ी की तख्ती संतुलित रखनी थी। कई खिलाड़ी बीच में ही हार मान गए, लेकिन गौरव ने अंत तक धैर्य बनाए रखा और टास्क जीत लिया।
इस जीत ने उन्हें फिनाले में सीधे पहुंचने का मौका दिया।
सलमान खान का समर्थन बना टर्निंग पॉइंट
वीकेंड का वार के दौरान सलमान खान ने गौरव खन्ना को “टीवी का सुपरस्टार” कहते हुए उनके 20 साल के लंबे करियर और संघर्ष की सराहना की।
घर के कुछ सदस्यों ने उनके टीवी करियर पर तंज कसे थे, लेकिन सलमान की तारीफ ने दर्शकों का रुख पूरी तरह गौरव के पक्ष में कर दिया।

ईमानदार रिश्ता और साफ खेल
घर में कई लोग गौरव को ‘कमजोर खिलाड़ी’ मानते थे, लेकिन उनका खेल सोच-समझकर और रणनीति के साथ आगे बढ़ता रहा।
प्रणीत मोरे और मृदुल तिवारी के साथ उनका रिश्ता पूरी तरह सच्चाई पर आधारित रहा। न कैमरे के लिए ड्रामा, न दिखावा—वे बस वास्तविक रहे।
बच्चे न करने के अपने निजी फैसले पर उन्होंने भावुक होकर खुलकर बात की, जिसने लाखों दर्शकों का दिल छू लिया। सलमान खान ने तो उन्हें “ग्रीन फ्लैग एम्बेसडर” तक कह दिया।
‘बिग बॉस 19’ में शांति और सम्मान की जीत
जहां आमतौर पर बिग बॉस चीख-चिल्लाहट और विवादों के लिए जाना जाता है, वहीं गौरव खन्ना ने साबित कर दिया कि जीत शोर से नहीं, शांति, सम्मान और आत्मसम्मान से मिलती है।
इसी सादगी और समझदारी ने उन्हें घर-घर में लोकप्रिय बना दिया—
और अंत में, बिग बॉस 19 की ट्रॉफी भी उनके नाम करवा दी।
