:दिलीप गुप्ता:
सरायपाली :-– तोषगांव, सरायपाली के निवासी डॉ. लेख रंजन बी. पात्रो ने हाल ही में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है, जिससे उनका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। डॉ. पात्रो का नाम इंफ्लुएंसर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है, जो उनकी असाधारण प्रतिभा और समर्पण का प्रमाण है। यह सम्मान उन्हें अंग्रेजी भाषा में द्विगुण दीर्घ स्वर की खोज के लिए मिला है, जो भाषा विज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान है।
डॉ. लेख रंजन बी. पात्रो, स्व. गुलाबी पात्रो एवं स्व. लोकनाथ बी पात्रो के सुपुत्र हैं। उनका जीवन शिक्षा और समाज के प्रति अटूट समर्पण का उदाहरण है। उन्होंने अपनी शिक्षा के माध्यम से न केवल ज्ञान अर्जित किया, बल्कि दूसरों को भी प्रेरित किया। डॉ. पात्रो ने शिक्षा के क्षेत्र में सात वर्ष प्राइवेट स्कूलों में बतौर शिक्षक और 15 वर्ष शासकीय सेवा में बिताए हैं। इस दौरान, उन्होंने छात्रों के जीवन को आकार देने और शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
डॉ. पात्रो की उपलब्धियाँ यहीं तक सीमित नहीं हैं। उन्होंने पीएच.डी (एचसी) युएसए, ईडी.डी,(एचसी) एवं डी.लिट् (एचसी) जैसी प्रतिष्ठित उपाधियाँ हासिल की हैं, जो उनकी विद्वता और ज्ञान की गहराई को दर्शाती हैं। इन उपाधियों ने उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में और भी अधिक योगदान देने के लिए प्रेरित किया है।
डॉ. पात्रो को इससे पहले भी कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजा जा चुका है, जो उनके उत्कृष्ट कार्यों की पहचान हैं। उन्हें विश्व रत्न सम्मान, शिक्षक रत्न सम्मान और भारत गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया है। इन सम्मानों ने उनकी प्रेरणादायक यात्रा को और भी मजबूत किया है। इसके अतिरिक्त, उनके नाम वेब बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, ओरिएंट बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड और प्रेस्टीजियस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हैं, जो उनकी असाधारण उपलब्धियों का प्रमाण हैं।
डॉ. लेख रंजन बी. पात्रो की सफलता की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणादायक है जो शिक्षा, भाषा और समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं। उन्होंने साबित कर दिया है कि कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ संकल्प से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। उनकी उपलब्धियाँ न केवल उनके परिवार और दोस्तों के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए गौरव की बात हैं। डॉ. पात्रो ने अपनी उपलब्धियों से यह संदेश दिया है कि हमें हमेशा अपने सपनों का पीछा करना चाहिए और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करना चाहिए। उनकी यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल बनी रहेगी। डॉ. पात्रो का जीवन एक प्रेरणादायक कहानी है, जो हमें सिखाती है कि हम सभी में दुनिया को बदलने की क्षमता है।