बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में चिखली डैम से लगे नर्राटोला गांव में संचालित एक अवैध ईंट भट्ठे में बड़ा हादसा हो गया। भट्ठे में बनाई गई पानी टंकी अचानक गिरने से दो महिलाओं की मौके पर मौत हो गई, जबकि 4 वर्षीय एक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो गई। घायल मासूम को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया है। मृत महिलाओं की पहचान चन्द्रकला डहरिया (45) और आशा बारले (29) के रूप में हुई है। घायल बच्ची अनुष्का, आशा बारले की ही बेटी है। घटना डौंडी थाना क्षेत्र की है।

नहाते समय ढही टंकी, तीन लोग दबे
बुधवार सुबह करीब 9 बजे तीनों महिलाएं और बच्ची पानी टंकी के नीचे नहा रही थीं। इसी दौरान जर्जर हो चुकी ईंट और सीमेंट से बनी टंकी अचानक ध्वस्त हो गई। टंकी गिरते ही चारों नीचे दब गईं। वहां मौजूद मजदूरों ने तुरंत मलबा हटाकर उन्हें बाहर निकाला और दल्लीराजहरा के संजीवनी अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने दोनों महिलाओं को मृत घोषित कर दिया।

मामले में अपराध दर्ज होगा
दल्लीराजहरा पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शून्य में मामला दर्ज कर केस डायरी डौंडी थाने को भेज दी है। डौंडी टीआई उमा ठाकुर ने बताया कि डायरी मिलने के बाद संबंधित धाराओं में अपराध पंजीबद्ध किया जाएगा। उन्होंने पुष्टि की कि मौत पानी की टंकी ढहने से ही हुई है।

पंचायत ने नहीं दी थी कोई अनुमति
नर्राटोला के सरपंच हिंसा राम चिराम ने बताया कि जहां हादसा हुआ, वह ईंट भट्ठा पूरी तरह अवैध रूप से चल रहा था और पंचायत स्तर से किसी भी तरह की मंजूरी या NOC जारी नहीं की गई थी। लगभग 3 एकड़ जमीन में 10-15 परिवार वहां ईंट निर्माण का काम कर रहे थे। यह भट्ठा दल्लीराजहरा के ठेकेदार राकेश पांडे द्वारा संचालित किया जा रहा था।
खनिज विभाग की टीम करेगी जांच
खनिज अधिकारी मीनाक्षी साहू ने कहा कि नर्राटोला में चल रहे अवैध ईंट भट्ठे पर अब कार्रवाई तय है। विभागीय टीम घटना स्थल का निरीक्षण करेगी। उन्होंने बताया कि जिले में जहां भी अवैध खनन या अवैध भट्ठों की शिकायतें मिल रही हैं, वहां लगातार कार्रवाई की जा रही है।