Bhatapara Big News होगा शुगर कंट्रोल, ‘वॉटर कैल्ट्रॉप’ से…!

Bhatapara Big News

राजकुमार मल

Bhatapara Big News 7 औषधीय तत्व के होने की सामने आई जानकारी

Bhatapara Big News भाटापारा– खुलासा। खाएंगे सिंघाड़ा तो खत्म होगी एसिडिटी की समस्या। नियंत्रण में रहेगी शुगर की मात्रा। दिलचस्प यह कि यदि इसका पेस्ट बनाकर फटी हुई एड़ियों में लगाया जाए तो “क्रैक हील” जैसी समस्या भी दूर की जा सकेगी।

Bhatapara Big News  मानसून की वापसी और शीत ऋतु की दस्तक का संकेत। इस मौसम में आने वाली, जलीय सब्जी सिंघाड़ा भी अपनी भरपूर मौजूदगी दिखाने लगा है। कम- से- कम सात ऐसी बीमारियां इसके सेवन से दूर की जा सकेंगी, जिससे लगभग हर कोई किसी ना किसी रूप में परेशान है।

कीमत क्रय शक्ति के भीतर है। इसलिए सेवन की सलाह, कृषि वैज्ञानिकों ने दी हुई है, ताकि कम-से-कम सात स्वास्थ्यगत बीमारी से दूर रहने में मदद मिल सके। बताते चलें कि सिंघाड़ा में सबसे ज्यादा काम कृषि विज्ञान केंद्र धमतरी में हुआ है। इसके अलावा यहां इच्छुक किसानों को प्रशिक्षण की भी सुविधा दी जाती है।

होते हैं यह तत्व

Bhatapara Big News  ‘वाटर चेस्टनट’ या ‘वॉटर कैल्ट्रॉप’ के नाम से पहचाने जाने वाले सिंघाड़ा में कैल्शियम, विटामिन-ए और सी की भरपूर मात्रा का होना पाया गया है। कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन की प्रचुर मात्रा के होने से सिंघाड़ा कम-से-कम सात ऐसी बीमारियों को दूर करता है, जिससे लगभग हर कोई परेशान होता आ रहा है।

बचाव, खराश और टॉन्सिल से

 

Bhatapara Big News  सिंघाड़ा में एंटी ऑक्सीडेंट तत्व की मात्रा भरपूर होती है। यह मात्रा ही इसे, गले की खराश और टॉन्सिल जैसी बीमारी को दूर रखने में मदद करती है। शीत ऋतु में इन दोनों बीमारियों का प्रकोप अन्य मौसम की तुलना में कुछ ज्यादा ही रहता आया है। इसलिए मानक मात्रा में सेवन से इन दोनों बीमारियों से बचा जा सकता है।

राहत अस्थमा और मधुमेह से

Bhatapara Big News  अस्थमा और मधुमेह की बीमारी से लगभग हर दूसरा व्यक्ति ग्रसित है। दवाइयां तो हैं लेकिन जैसा परिणाम, सिंघाड़ा के सेवन से मिला है, वह हैरत में ही डालता है। फसल की आवक के दिनों में सेवन से यह दोनों बीमारी नियंत्रण में रखी जा सकती है। सीजन की वापसी के बाद सूखा हुआ सिंघाड़ा उपयोग में लाया जा सकता है।

छुटकारा क्रैक हील से भी

Bhatapara Big News  शीत ऋतु में एड़ियों के फटने की शिकायत आती है। इसका पेस्ट बनाकर लगाने से क्रैक हील से आराम तो मिलता ही है, साथ ही दर्द वाले हिस्से पर लगाने के बाद दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है। गैस और अपच जैसी समस्या दूर रखने में सक्षम, सिंघाड़ा में कैल्शियम की मात्रा भरपूर होने की वजह से गर्भवती महिलाओं के लिए आदर्श खाद्य पदार्थ माना गया है।

कैल्शियम से भरपूर

सिंघाड़ा में विटामिन-ए और सी की प्रचुर मात्रा होती है। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज भी मिले हैं। इसलिए इसे कई रोगों पर नियंत्रण के लिए कारगर माना गया है।

– डॉ अमित दीक्षित, डीन, उद्यानिकी महाविद्यालय सांकरा (पाटन, दुर्ग)

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