Breaking: कामठी गाँव में हुए धार्मिक उन्माद की घटना ने स्थानीय जनता में आक्रोश और चिंता का बादल छाया है। यहाँ ग्रामीणों ने प्राचीन हनुमान जी की मूर्ति के साथ हुए खिलवाड़ के मामले में सरकारी अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की है। घटना के बारे में स्थानीय पुलिस ने अब तक कोई आगाही नहीं की है जो लोगों को और भी आक्रोशित कर रहा है। यह उचित है कि असामाजिक तत्वों और अपराधिक आक्रमणों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाए ताकि सामाजिक सुरक्षा बनाए रखी जा सके।
जब सुबह प्रभात फेरी कर वापस लौट कर ग्रामीणों ने हनुमान जी की मूर्ति के मुख का तोड़ देखा, तो उनकी आस्था को आहत कर दिया। इसके पश्चात्, जब उन्होंने पुलिस को अवस्था की सूचना दी, तो पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया।
पुलिस ने ग्राम क्षेत्र के अधिकारियों के साथ मिलकर इस मामले की जांच की और अज्ञात आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया। इसके बावजूद, अब तक कोई आरोपी पकड़ा नहीं गया है, जो लोगों के मन में संदेह और असुरक्षा का बादल बिगाड़ रहा है।
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इस घटना के पश्चात्, ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस थाने में धरना प्रदर्शन किया और उचित कार्रवाई की मांग की। इस घटना के सम्बंध में स्थानीय अधिकारियों ने किसी भी सामग्री को अभी तक प्रकट नहीं किया है, जिससे जनता को समझने में और भी परेशानी हो रही है।
ग्रामीणों का मानना है कि धर्मिक स्थलों और प्राचीन मंदिरों के साथ इस तरह का अपमान और खिलाफी बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। वे अपराधिक आक्रमणों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
ग्राम कमठी में प्राचीन हनुमान की मंदिर में हुई मूर्ति के तोड़फोड़ के मामले में, पंडरिया एसडीओपी पंकज पटेल ने मीडिया को बताया कि पुलिस जांच कर रही है और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भी ग्रामीणों को सुरक्षित रखने और अपराधिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
इस समय, स्थानीय अधिकारियों को असामाजिक तत्वों और अपराधिक आक्रमणों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के लिए जनता की आवाज को सुनना चाहिए। यह उचित है कि सरकारी अधिकारियों को इस मामले को सीधे और त्वरित तरीके से समाधान करने के लिए कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि लोगों का विश्वास पुनः स्थापित किया जा सके।