राजकुमार मल
Bhatapaara Breaking ‘हिसाब’ पड़ेगा महंगा
Bhatapaara Breaking भाटापारा– श्री लक्ष्मी-गणेश पाना की खरीदी पर इस दीपावली अधिक पैसे खर्च करने होंगे। खाता- बही और तारीख का गुटका खरीदने के लिए भी अतिरिक्त रकम देनी होगी। संबंधित दूसरी सामग्रियों की कीमत भी हैरान करने वाली होगी।
Bhatapaara Breaking दीप पर्व की तैयारियों के बीच खाता-बही की दुकानें सजने लगीं हैं। पूर्व में खरीदी कर चुके होलसेल काउंटर राहत की सांस ले रहें हैं, तो ताजा खरीदी करने वाली संस्थानेंं बढ़ी कीमत और शॉर्टेज जैसी समस्या से जूझ रहीं हैंं क्योंकि पेपर इंडस्ट्रीज को जरूरी रॉ-मटेरियल की आपूर्ति विदेशों से नहीं हो रही है। संकेत और तेजी के मिल रहे हैं।
इसलिए महंगी
खाता-बही के लिए जरूरी पल्प और केमिकल के लिए देश की इकाइयां विदेशों पर निर्भर है। खासकर केमिकल की 80 फ़ीसदी मात्रा की आपूर्ति यूक्रेन से होती है। जंग के बाद आयात के रास्ते बंद हैं। इसलिए अन्य देशों से खरीदी करनी पड़ रही है, जो ऊंची कीमत देकर ही संभव हो पा रही है।
संकेत बेहतरी के
मानसून की मेहरबानी से इस बरस फसल अपेक्षाकृत राहत देने वाली है। इसलिए बाजार में ग्राहकी निकलने लगी है। महंगाई से इंकार नहीं है लेकिन कंप्यूटर पर हिसाब-किताब रखने से जैसी दूरी बन रही है, उससे खाता-बही के दिन फिर से लौटते नजर आ रहें हैं। लिहाजा बीते साल की तुलना में मांग इस बार अच्छी रहने की संभावना है।
पल्प में गर्मी का असर
पल्प याने लुगदी। पेपर बनाने की यह मुख्य सामग्री, इस साल 40 प्रतिशत तेजी के बीच खरीदी गई। केमिकल भी महंगे में लिया गया। इसलिए खाता-बही की कीमत में 12 से 15 प्रतिशत की तेजी आ चुकी है। तारीख का गुटका खरीदने पर 20 प्रतिशत रकम अधिक देनी होगी। श्री लक्ष्मी-गणेश का पाना रिकॉर्ड 25 प्रतिशत तेजी की कीमत के साथ लिया जा सकेगा। इसी तरह कलम- दवात और पेन की खरीदी भी महंगे में करनी होगी।
उम्मीद है अच्छी मांग की
पल्प और जरूरी सामग्रियों की कीमत बढ़ने की वजह से खाता- बही व तारीख का गुटका की कीमत बढ़ी हुई है। रुझान को देखते हुए बेहतरी की उम्मीद है।
– हिमांशु मिश्रा, संचालक, श्री महावीर पुस्तकालय, बिलासपुर