बसना। प्रदेश में खुल रहे 67नयी शराब दुकान को लेकर भगवती मानव कल्याण संगठन एवं भारतीय शक्ति चेतना पार्टी ने कड़ी नाराजगी जताई है। प्रदेश में नशामुक्ति अभियान चलाने वाली सबसे बड़ी संस्था भगवती मानव कल्याण संगठन ने इस नीति का कड़ा विरोध प्रकट किया है। संगठन गांव,गांव घर घर जा कर लोगों को नशामुक्त करा रही है।तो दूसरी ओर हमारी सरकार और नये 67शराब दुकान खोल कर छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग, महिला पुरुषों को नशे की दलदल में ढ़केल कर जीवन तबाह करने पर तुली हुई है।इसके विरोध में भगवती मानव कल्याण संगठन एवं भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के जिलाध्यक्ष केशव साव, डॉ विरेन्द्र चौधरी ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर महोदय को ज्ञापन सौंपा गया । आपको बता दें, भगवती मानव कल्याण संगठन सद्गुरुदेव परमहंस योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज द्वारा गठित यह एक समाजसेवी संस्था है जो विगत 25 वर्षों से छत्तीसगढ़ में ही नहीं अपितु पुरे देश के विभिन्न प्रदेशों में माता भगवती आदिशक्ति जगत जननी जगदम्बे मां की असीम कृपा एवं आशीर्वाद लेकर समाज को नशामुक्ति के क्षेत्रों में कार्य कर करके लाखों परिवारों को नशामुक्त कर चुकी है।आज अपराध, चोरी , डकैती,दुर्घटना बढ़ने का मुख्य कारण नशा रूपी जहर ही है।इस लिए हमारा संगठन सरकार से नशामुक्त प्रदेश बनाने की मांग करता है।
महासमुंद जिले में 10जगहों पर शराब की नई दुकाने खुलेंगीं वहां के लोग भी इसका विरोध कर रहे हैं। आज़ जिस क्षेत्र में शराब की दुकान खुली हैं वहां का माहौल खराब हो गया है। लड़ाई झगडे़ से लेकर कर बड़ी बड़ी घटनाएं होना आम बात हो गई है।आमजन से लेकर माता बहनों को भारी अपमान का सामना करना पड़ता है। नयी शराब दुकान खुलने से जहां का माहौल शांतिपूर्ण है वहां अशांति का माहौल निर्मित हो जाता है। सरकार अगर अपने इस फैसले पर पुनर्विचार नहीं करती है तो संगठन इसके खिलाफ व्यापक रूप से अभियान चलाने पर विचार कर रही है।
जिस घर का एक भी व्यक्ति नशेड़ी हो जाता है, शराबी हो जाता है उसका घर पूरा तबाह हो जाता है । बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो जाता है।असल मायने में शराब के ठेके के कारण ही पूरे प्रदेश की माता बहनों को जितनी यातनाओं को सहन करना पड़ता है।इसका अंदाजा सरकार को नही है।इसका अंदाजा संगठन को है क्योंकि हमारा संगठन गांव गांव, घर घर जाकर लोगों को नशे से होने वाली दुष्परिणाम का ज्ञान करा करा कर नशामुक्त समाज का निर्माण कर रही है। अगर सरकार वास्तव में महिलाओ को महतारी कहती है महतारी वंदन योजना को लागू की है तो समाज को नशामुक्त करना ही होगा।इस ज्ञापन कार्यक्रम में रंजित चंद्राकर,कुंदन नायक, कुमार पटेल,घांसीराम नायक,गनपत पटेल, बसंत डड़सेना, सदानंद साहू, सियाराम डड़सेना, मनोरंजन साहू, श्याम सिदार, बिसाहू यादव,नैनसिग ठाकुर,गनपत पटेल,होराबाई चंद्राकर,शुकचरण,रतन बारिक सहित बसना, सरायपाली,पिथौरा, बागबाहरा सहित जिले भर के सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।