Ban on sale of parrot : तोता के बिक्री पर प्रतिबंध के निर्णय का स्वागत, पहले से पाले गए पक्षियों का हो पंजीयन
Ban on sale of parrot : खल्लारी ! विलुप्त हो रही गौरैया की प्रजाति को बचाने गौरैया मिशन के माध्यम से धरातल पर उल्लेखनीय कार्य करने एवं वृक्षारोपण, गौ और जल संरक्षण की दिशा में विगत एक दशक से कार्य करने वाली संस्था ‘दो कदम प्रकृति की ओर’ समिति ने वन विभाग की ओर से तोता के खरीदी बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का स्वागत किया है।
साथ ही समिति द्वारा मुख्यमंत्री, वनमंत्री, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं डीएफओ को पत्र के माध्यम से मांग किया गया है कि तोता व वन्य पक्षियों का घरों में पालने पर पूर्णतः प्रतिबंध किया जाए यदि सिर्फ बाजारों में बिक्री पर प्रतिबंध लगाया जाएगा तो इन पक्षियों को चोरी छिपे भी बेचा जा सकता है।
इस सम्बन्ध में समिति का कहना है कि शासन द्वारा 23 अगस्त 2024 के आदेश को यथावत रखते हुए वर्तमान में पाले हुए पक्षियों का वन विभाग द्वारा पंजीयन कर दिये जाएं और इसके पश्चात किसी प्रकार का नया पंजीयन नहीं किये जाएं। इससे भविष्य में कोई भी घर मे नया तोता नहीं पाल पायेगा और ऐसा पाया गया तो उसके खिलाफ उचित कार्यवाही किया जाए। इस प्रकार एक समय पश्चात इन तोतों को घरों में रखा जाना स्वमेव बंद हो जाएगा।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खल्लारी के फार्मासिस्ट एवं दो कदम प्रकृति की ओर समिति के सदस्य संजय कुमार साहू (आमाकोनी) ने बताया कि पक्षियों को उनके प्राकृतिक आवास देने के लिए विगत एक दशक से वृहद स्तर पर वृक्षारोपण, संरक्षण एवं गौरैया के लिए मिट्टी के बसेरे घरों में लगाए गये हैं। जिससे उनकी संख्या में अभिवृद्धि हुई है साथ ही लोगों में जागरूकता भी आई है।
Ban on sale of parrot : हमारे द्वारा जागरूकता अभियान के माध्यम से तोता को पिंजरे में कैद ना करने की अपील भी किया जा रहा हैं। पक्षियों का प्राकृतिक वातावरण जंगल ही है। जहां वह अपना जीवन यापन और वंश वृद्धि प्राकृतिक रूप से करते हैं। घरों में पालने, शिकार करने या बेचने से उनकी प्रजाति पर संकट आ सकता है।