Bacheli news- एनएमडीसी कर्मियो की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी, लौह अयस्क उत्पादन प्रभावित

आवश्यक सुरक्षा नियमो के तहत ओव्हर टाईम नही करने का निर्णय
चेकपोस्ट पर जमकर हो रही नारेबाजी

 

(दुर्जन सिंह)

बचेली / किरंदुल  
लंबित वेतन समझौते सहित अन्य मंागो को लेकर आॅल इंडिया एनएमडीसी वर्कर्स फेडरेशन के तत्वाधान में दंतेवाड़ा के दोनो परियोजना किंरदुल व बचेली में चल रहे हड़ताल को 9 मार्च, रविवार को 11 वाॅ दिन हुआ। किंरदुल परियेाजना के सीआईएसएफ चेकपोस्ट पर दोनो श्रमिक संगठन इंटक की मेटल माईंस वर्कर्स व एटक की संयुक्त खदान मजदूर संघ अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर है। पिछले 6 मार्च से सभी कर्मचारियो ने आवश्यक सुरक्षा नियमो के तहत ओव्हर टाइम पर नही जाने का निर्णय लिया गया है, जिसके कारण एनएमडीसी के लौह अयस्क का उत्पादन प्रभावित हो रहा है। लौह अयस्क के उत्पादन लक्ष्य में बाधा आ रही है। दोनो परियोजना में कर्मचारियो के मैनपाॅवर की कमी है, सभी विभागो में ओव्हर टाइम देकर कार्य किया जा रहा था, ओटी नही जाने के कारण संयंत्र हो या माइनिंग में कार्य नही हो पा रहा है।

गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष का यह महिना अंतिम है, इस समय पर उत्पादन अपने चरम पर रहता है।
चेकपोस्ट में पंडाल लगाकर प्रबंधन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते अपनी मांगो केा लेकर प्रदर्शन कर रहे है, कुछ कर्मचारी क्रमिक रूप से भूख हड़ताल पर बैठ रहे है। माईनिंग में जाने वाली बसो केा चेकपोस्ट में रोककर चेकपोस्ट पर नारेबाजी की जाती है हड़ताल में बैठे कर्मियो का उत्साह वर्धन किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार वेतन समझौते से संबंधित फाइल इस्पात मंत्रालय में अटकी हुई है। श्रमिक संगठन का कहना है कि सरकार हम कर्मियो का वेज रिविजन करने के मूड में नही है। यह रिविजन वर्ष 2022 से लंबित है साथ ही कंपनी में कर्मचारी भर्ती केा लेकर भी मंागं की जा रही है।

एनएमडीसी लौह अयस्क की अग्रणी कंपनी है इन अयस्को पर कई और सारे छोेटे बड़े उघोग भी निर्भर है। साथ ही वित्तयी वर्ष 2024-25 में 50 मिलीयन टन लौह अयस्क का लक्ष्य रखा है, अंतिम माह मार्च में अधिक से अधिक उत्पादन की जरूरत है। अब ऐसे में देखना यह होगा कि यह आंदोलन कहां तक जाता है और आगामी दिनो मे और कौन सा रूप लेता है।

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