फर्जी बिल व्हाउचर का बाबू ने लगाया रोक, रेंजर ने बनाया संघ का मामला, शासकीय कार्य प्रभवित

फर्जी बिल व्हाउचर का बाबू ने लगाया रोक, रेंजर ने बनाया संघ का मामला, शासकीय कार्य प्रभवित

0 रेंजरों द्वारा कराए गए कार्य व उन व्हाउचरो का निष्पक्षता से जांच व कार्यवाही होनी चाहिए

 

कांकेर। कांकेर वन मंडल में करोड़ो की अनियमितता एवं भ्रष्टाचार को लेकर प्रदेश में कांकेर वन मंडल पहले भी सुर्खियों में रहा है। अब डीएफओ कार्यलाय में पदस्थ लेखा प्रभारी मुख्य लिपिक व रेंजर के बीच आपसी विवाद का एक और नया मामला सामने आ गया है, जिसके चलते शासकीय कार्य प्रभावित हो रहे है। बता दे कि रेंजर घनलाल साहू द्वारा फर्जी बिल व्हाउचर बनाकर लाखों रुपये का झोल झाल किया जा रहा था जिसको लेकर कांकेर वनमंडल के लेखा प्रभारी मुख्य लिपिक बिरेंद्र नाग द्वारा रोक लगा दिया गया। जिससे आपस में दोनों के बीच विवाद चालू हो गया आपसी झगड़े को धनलाल साहू द्वारा संघ में लाया जा रहा और आंदोलन करने की चेतावनी दिया जा रहा है। वन विभाग में किस प्रकार से कार्य किया जाता है यहां सब लोग जानते हैं। रेंजर धनलाल साहू के खिलाफ शिकायत भी किया गया है कि सरोना वन परिक्षेत्र में पदस्थ थे जिनके द्वारा फरवरी माह जो 28 का था जिसमें 29 दिन का व्हाउचर तैयार किया गया था इसी प्रकार कई फर्जी व्हाउचर बनाकर शासकीय राशि को गमन किया गया है। अब देखने वाली बात ये होगी कि वन मंडल के बाबू और रेंजरों की इस लड़ाई का वन अमले पर क्या असर पड़ता है। यदि इस छोटी सी लड़ाई पर समय रहते शासन की ओर से कार्रवाई नहीं हुई और सारे रेंजर अवकाश पर चले गए तो वन विभाग को करोड़ों का नुकसान हो सकता है। दिलचस्प बात ये भी है कि जिस लेखा प्रभारी को हटाने की मांग हो रही है वो वन कर्मचारी लिपिक संघ का प्रदेश अध्यक्ष भी है क्या इस लड़ाई में लिपिक संघ भी लेखा प्रभारी को साथ देंगी?

रेंजर संघ ने 3 दिवस के भीतर लेखा प्रभारी का ट्रांसफर नहीं तो प्रदर्शन की चेतावनी

रेंजर संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश ठाकुर ने बताया कि कांकेर वन मंडल के लेखा प्रभारी बिरेंद्र नाग के द्वारा कांकेर वन मंडल के रेंजरों को जानबूझकर परेशान किया जा रहा है. रेंजरो के वाउचर चेक बिना कारण आपत्ति लगाकर वापस भेज दिए जाते हैं. जिससे रेंजर काम नहीं कर पा रहे हैं. यही नहीं लेखा प्रभारी के द्वारा डीएफओ आलोक वाजपेयी को गलत जानकारी देकर गुमराह भी किया जा रहा है. इसी वजह से 8 फरवरी से कांकेर वन मंडल के सभी रेंजर मेडिकल लेकर अवकाश पर चले गए हैं। रेंजर संघ के संरक्षक सतीश मिश्रा ने कहा कि लेखा प्रभारी डीएफओ के काफी करीबी हैं और इसी का फायदा उठाकर जबरन रेंजरों को परेशान कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि 3 दिन के भीतर लेखा प्रभारी का ट्रांसफर नहीं किया जाता है तो प्रदेश भर के रेंजर अवकाश पर चले जायेंगे बोला जा रहा है।

रेंजर धनलाल साहू के फर्जी व्हाउचर को लेकर लिखित शिकायत

पूर्व में सरोना रेंज में पदस्थ रहे रेंजर धनलाल साहू के द्वारा लाखो रुपये के फर्जी व्हाउचर बनाने का मामला सामने आया था, लिखित शिकायत भी किया गया लेकिन कार्यवाही को लेकर न ही सीसीएफ कांकेर गंभीर दिखे और न ही डीएफओ नज़र आये और धनलाल साहू को कार्रवाई करने की बजाय कोरर रेंज का प्रभार दे दिया गया। धनलाल साहू वनमंडल कांकेर का कर्मचारी नही है बल्कि सीसीएफ कार्यालय कांकेर का उड़नदस्ता प्रभारी है फिर भी उन्हें रेंज का प्रभार दिए जाना अधिकारियों की मंशा को जाहिर करता है। रेंजरों के द्वारा अधिकांश कार्य धरातल पर नही फाइलों में पूर्ण कर लिए जाते है यदि निष्पक्षता से जांच किया जाए तो कई तथ्य उजागर हो सकते है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU