निगम दफ़्तर के भीतर हमला, ठेकदार और पार्षद भिड़े, एक दूसरे पर लगाए आरोप!

हिमांशु/रायपुर नगर निगम के जोन 9 कार्यालय के भीतर ठेकदार और पार्षद के बीच हिंसक झड़प का मामला सामने आया है..घटना के मुताबिक टेंडर फॉर्म लेने पहुंचे ठेकेदार और भाजपा पार्षद के बीच मारपीट हुआ जिससे ठेकेदार लहूलुहान हुआ और उसी हालत मे वीडियो बनाकर सोशल मिडिया मे वायरल किया.. घटना की जानकारी मिलते ही ठेकेदार संघ मामले की शिकायत करने थाने पहुचे. बताया जा रहा पार्षद रोहित साहू को भी चोट आई है. पार्षद भी एफआईआर दर्ज कराने मोवा थाना पहुंचे हैं.

 

मिली जानकारी के मुताबिक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस वार्ड के पार्षद रोहित साहू पर ठेकेदार ओम राठौर नें आरोप लगाया की पेपर वेट में मारा है, जिससे उसकी नाक में चोट आई है…

 

नेताजी सुभाष चन्द्र बोस वार्ड के भावना नगर में सीसी रोड निर्माण के लिए टेंडर निकला था, लेकिन पार्षद रोहित साहू नहीं चाहते थे कि ठेकेदार ओम उनके वार्ड में काम करें.वहीँ आज टेंडर खुलने के पहले ठेकेदार को फोन कर बुलवाया गया… और उसी बीच ये विवाद हो गया.

 

विवाद के बाद ओम का एक वीडियो वायरल हो रहा, जिसमें वह कह रहे हैं कि अगर मैं मरता हूं या मुझे कुछ होता है तो उसका जिम्मेदार पार्षद रोहित साहू होंगे. ठेकेदार ने अपनी जान को खतरा भी बताया है वहीँ ठेकेदार ओम राठौर नें कहा है कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस वार्ड में पार्षद रोहित कुमार साहू पिछले 3-4 सालों से दादागिरी कर रहा है. वो जिसे कहता है उसे टेंडर दिया जाता है. मैंने टेंडर का फार्म भरा था, जो आज निकलना था. इसके लिए मैं जोन कार्यालय पहुंचा था. मैं अकेला था. सुनियोजित तरीके से पार्षद रोहित साहू ने मुझ पर हमला किया है!

 

Bjp का पदाधिकारी रहा ठेकेदार…

 

वही ठेकेदार ने बताया कि वर्षों से मैं बीजेपी का कार्यकर्ता हूं रोहित साहू से भी सीनियर कार्यकर्ता हूं उसके बावजूद मेरे साथ आज मारपीट की घटना हुई है रोहित साहू के खिलाफ पहले भी शिकायत मैंने पार्टी में भी की लेकिन हमारे जैसे कार्यकर्ताओं की कोई सुनवाई नहीं है

पार्षद रोहित साहू का कहना…

 

पार्षद रोहित साहू ने कहा, मेरे परिवार में शादी है, इसका निमंत्रण देने जोन कार्यालय आया था. इसके पहले भी ठेकेदार ओम राठौर टेंडर को लेकर मेरे आफिस में आकर धमकी दे चुका है. काम दिलाने का दबाव भी डाला था. आज टेंडर को लेकर दो ठेकेदार जोन कार्यालय पहुंचे थे. इस दौरान ओम राठौर ने दूसरे ठेकेदार से पैसे की मांग की. मना करने पर ओम राठौर ने दादागिरी करते हुए मेरा मोबाइल छीन लिया. उसने धक्का मारा तो मैंने धक्का मारा तो उसे लगा है. मुझे भी चोट आई है. ऐसे ठेकेदारों से हम सुरक्षित नहीं है तो जनता कैसे सुरक्षित रहेगी. ठेकेदार के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज करा ने पहुंचा हूं!