अंबिकापुर ! 28 मई 2023को माहवारी स्वच्छता जागरूकता दिवस है, इस दिन को ध्यान में रख कर माहवारी स्वच्छता सप्ताह के अंतर्गत राज्य भर में यूनिसेफ के द्वारा राज्य सरकार के साथ मिल कर कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं पंचायत विभाग भी सहभागी बन रहा है। सरगुजा में एक ऐसी ही संगोष्ठी एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन यूनिसेफ और महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में कलेक्टर के आदेशानुसार एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के मार्गदर्शन में तथा परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग के नेतृत्व में अम्बिकापुर के राजमोहिनी देवी भवन सभागार में अम्बिकापुर ग्रामीण की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ किया गया।
इस दौरान लगभग 300 से भी अधिक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित किशोरी बालिकाएं उपस्थित हुई। कार्यक्रम की शुरुआत यूनिसेफ द्वारा उपलब्ध माहवारी पर जागरूकता फ़िल्म दिखा कर की गई। इसके साथ ही किशोरी बालिकाओं को जागरूक करने के लिए खेल-खेल के माध्यम से कई गतिविधियां संचालित की गई, जिससे कि माहवारी को लेकर समाज में बैठे भ्रांतियों को दूर किया जा सके। कार्यक्रम में उपस्थित सरगुजा साइंस ग्रुप के संस्थापक अंचल ओझा ने माहवारी स्वच्छता प्रबंन्धन पर विस्तार से चर्चा की इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं से विभिन्न समस्याओं पर खुल कर चर्चा हुई।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने ग्रामीण क्षेत्रों में किशोरी बालिकाओं के साथ किये जा रहे गतिविधियों पर खुल कर बात की। अंचल ओझा ने कपड़े का सही उपयोग, माहवारी के दौरान स्वच्छता क्यों जरूरी है, नियमित माहवारी क्यों जरूरी है? समाज में, घर-परिवार में व्याप्त भ्रांतियों एवं महिलाओं व लड़कियों के साथ-साथ लड़के व पुरुषों के साथ चर्चा करने की आवश्यकता को लेकर बात की साथ ही माहवारी के दौरान होने वाले विभिन्न समस्याओं को लेकर सवाल करते हुए उसे लेकर घर पर स्वयं किये जा रहे उपायों पर चर्चा की एवं सुझाव दिया कि जितना हो सके माहवारी के दौरान होने वाले समस्या के निदान हेतु गांव में नर्स, एएनएम दीदी, मितानिन बहनें, डॉक्टरों से महिलाएं व लड़कियां संपर्क करें, इसे लेकर हमें जागरूक करना है। केवल खुल कर चर्चा ही वह कड़ी है, जिससे माहवारी के प्रति समाज में व्याप्त विभिन्न विचारों को हरा सकते हैं।
यूनिसेफ की डिस्क्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर ममता चौहान ने माहवारी के दौरान एवं किशोरी बालिकाओं व महिलाओं के लिए भोजन की आवश्यकता, गांव में उपलब्ध साग, भाजी, सब्जी, खाद्य पदार्थ का उपयोग अधिक करने, किशोरावस्था में बदलाव, माहवारी के विषय में व्यवहार परिवर्तन अतिआवश्यक है। साथ ही कहा कि हमें ऐसा माहौल अपने परिवार में तैयार करना है की हर माह जब जरूरी दैनिक उपयोग की सामान की लिस्ट बनें, हमारे अपने किराना दुकान सामान लेने जाएं तो उनकी प्राथमिकता में सैनेटरी पैड भी हो। सैनेटरी पैड के समुचित निपटान को लेकर भी डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर ममता चौहान ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से बात की। उन्होंने माहवारी के दौरान की एक रियल घटना का जिक्र करते हुए बताया कि जानकारी नहीं होने पर कैसे अज्ञानता वश एक लड़की के जीवन पर बन आया था।
उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को गीत गाकर प्रोत्साहित किया। तत्पश्चात कार्यक्रम के अतिथि जनप्रतिनिधि जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधुसिंह , जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदि बाबा ,जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री राकेश गुप्ता ,महिला एवं बाल विकास विभाग सभापति सरला सिंह ,छत्तीसगढ़ राज्य युवा मितान क्लब के नोडल शैलेंद्र प्रताप सिंह अंबिकापुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हेमंत सिन्हा उपस्थित रहे। जनप्रतिनिधियों ने अपने उद्बोधन में माहवारी स्वच्छता प्रबंधन विषय पर जानकारी दिए और कहा कि माहवारी एक सामान्य प्रक्रिया है परंतु अज्ञानता के कारण कई लोग इसको समझ नहीं पाते हैं और विभिन्न प्रकार की भ्रांतियां फैलाते हैं परंतु अब आप सब को जागरूक होना है और लोगों को जागरूक करना है हमारे किशोरी बालिकाओं को इस विषय पर खुलकर चर्चा करके उनका मनोबल बढ़ाना है। तत्पश्चात जनप्रतिनिधियों के हाथों समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल एंड्राइड फोन का वितरण किया गया।
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इस कार्यक्रम में श्रीमती लता तिक्कस, गोरेती, बिंदु सिंह, अनुपमा, कमलेश यादव के साथ अन्य पर्यवेक्षकगण महिला एवं बाल विकास विभाग और NSS के स्वयंसेवक संगीता सा़डिल्य,अभ्युदय सिंह, गायत्री यादव, आकांक्षा टोप्पो एवं अन्य का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम में अन्य पुरुष साथी भी उपस्थित रहे और कार्यक्रम में सहभागिता निभाई।