:राजकुमार मल:
भाटापारा- अब महंगाई की नजर गेहूं पर है। क्विंटल पीछे 200 से 300 रुपए की रिकॉर्ड तेजी आ चुकी है। आशंका और बढ़त की बन रही है क्योंकि त्यौहार पूर्व फ्लोर मिलों की खरीदी गेहूं में निकलने लगी है।

आटा, सूजी और मैदा बनाने वाली फ्लोर मिलों ने त्यौहारी मांग पूरी करने के लिए गेहूं में चौतरफा खरीदी चालू कर दी है। जिस अनुपात में इकाइयां, गेहूं में खरीदी कर रहीं हैं, उसके बाद कीमतों में रिकॉर्ड उछाल आई हुई है। आशंका और बढ़त की इसलिए बन रही है क्योंकि घरेलू मांग में भी इजाफा होता देखा जा रहा है।
त्यौहार और सीजन पूर्व तैयारी
रक्षाबंधन से दीप पर्व की अवधि को गेहूं में मांग के दिन माने जाते हैं। शीत ऋतु में चावल कम, आटे की ज्यादा खपत करते हैं घरेलू उपभोक्ता। इसलिए फ्लोर मिलें संभावित बेहतर मांग के लिए तैयार हो रहीं हैं। इन दोनों स्थितियों के बीच गेहूं की सभी किस्में तेजी की दौड़ में शामिल हैं। आशंका और वृद्धि की इसलिए बनी हुई है क्योंकि मांग की तुलना में आपूर्ति बेहद कम है।

शांत है यह क्षेत्र
गेहूं की बोनी करने वाले किसान और बीज बेचने वाली कंपनियां। यह दोनों भी गेहूं के लिए बड़ी मांग वाले क्षेत्र माने जाते हैं। फिलहाल यह दोनों शांत हैं क्योंकि गेहूं उत्पादक किसान इस समय खरीफ की फसल में व्यस्त हैं, तो बीज बेचने वाली कंपनियां ‘रुको और देखो’ जैसी नीति अपनाई हुई हैं।

ऐसे हैं भाव
तेजी के बीच गेहूं काॅमन 2400 से 2600 रुपए, गेहूं लोकवन 2600 से 3100 रुपए और गेहूं शरबती में भाव 3100 रुपए से 3600 रुपए क्विंटल बोले जा रहे हैं। और बढ़त कीआशंका इसलिए व्यक्त की जा रही है क्योंकि तीनों प्रजातियों की आवक, मांग की तुलना में लगभग 25 फ़ीसदी कम बताई जा रही है।