गरियाबंद। राजिम के कुलेश्वर मेडिकल में मिले नकली कफ सिरप मामले में करीब एक माह बाद विभागीय कार्रवाई शुरू हुई है। खाद्य एवं औषधीय प्रशासन की टीम ने नवापारा स्थित नवकार मेडिकल में दबिश देकर डिजिटल साक्ष्य जब्त किए हैं। हालांकि पुख्ता प्रमाण होने के बावजूद कार्रवाई में हुई देरी को लेकर विभाग पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय स्तर पर इस प्रकरण को व्यापारिक प्रतिस्पर्धा से भी जोड़ा जा रहा है।
कार्रवाई गरियाबंद खाद्य एवं औषधीय प्रशासन के निरीक्षक धरमवीर सिंह ध्रुव के नेतृत्व में की गई। रायपुर से आई टीम के साथ मिलकर सदर रोड स्थित नवकार मेडिकल स्टोर में तलाशी ली गई। निरीक्षक ध्रुव के अनुसार, पहले हुए निरीक्षण के दौरान राजिम के कुलेश्वर मेडिकल से मिले नकली कफ सिरप की जांच में नवकार मेडिकल का लिंक सामने आया था। इसी आधार पर यहां दबिश देकर डिजिटल और अन्य आवश्यक साक्ष्य जब्त किए गए हैं। मामले में आगे पूछताछ कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
कार्रवाई में देरी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। विभाग ने इसे जीवन के लिए जोखिमपूर्ण बताते हुए पहले ही कुलेश्वर मेडिकल संचालक सीताराम साहू के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की थी। कोर्ट में प्रस्तुत चालान में भी इसे गंभीर जोखिम वाला कारोबार बताया गया था। इसके बावजूद विभाग की सक्रियता अपेक्षित स्तर पर नजर नहीं आई। बताया जाता है कि कई दौर की बातचीत के बाद नवंबर में जाकर संबंधित मेडिकल को सील किया गया और संचालक की गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई।