:रमेश गुप्ता:
एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने रायगढ़ जिले के खरसिया स्थित आबकारी कार्यालय में एक आबकारी उपनिरीक्षक को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है।
पकड़े गए आरोपी की पहचान संतोष कुमार नारंग के रूप में हुई है।
मामले की शुरुआत 20 अगस्त को हुई जब धर्मजयगढ़ निवासी सुनीत टोप्पो ने एसीबी बिलासपुर में शिकायत दर्ज कराई कि आबकारी उपनिरीक्षक संतोष नारंग ने उनसे और उनकी मां से रिश्वत की मांग की है। शिकायत के अनुसार, 19 अगस्त को नारंग ने पंडरी महुआ गांव में टोप्पो की मां के घर पर छापा मारा और बिना किसी सबूत के उन पर शराब बनाने का आरोप लगाया।

इस दौरान उन्होंने कुछ कागजात पर टोप्पो की मां के हस्ताक्षर भी लिए और कथित तौर पर कार्रवाई से बचने के लिए 50,000 रुपये की मांग की।
एसीबी द्वारा शिकायत की जांच की गई और सत्यापन के बाद ट्रैप अभियान चलाया गया। एसीबी टीम ने शुक्रवार को शिकायतकर्ता को रिश्वत की राशि लेकर आरोपी अधिकारी के कार्यालय भेजा। जैसे ही नारंग ने राशि ली, एसीबी की टीम ने उन्हें रंगेहाथों पकड़ लिया।
एसीबी ने आरोपी से 50,000 रुपये की रिश्वत की राशि जब्त कर ली है और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस घटना से आबकारी विभाग में हड़कंप मच गया है।
एसीबी के सूत्रों ने बताया कि विभाग भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है और भविष्य में भी ऐसे अभियान जारी रहेंगे।