आबकारी और DMF से जुड़े मामलों की जांच में आज ACB-EOW की टीमों ने प्रदेश के 20 जगहों में छापामार कार्रवाई की है। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोंडागांव और अंबिकापुर में कार्रवाई जारी है। रायपुर में कारोबारी और सप्लायर हरपाल अरोरा लॉ-विस्टा कॉलोनी में टीम ने दबिश दी।

छत्तीसगढ़ के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोंडागांव और अंबिकापुर में ACB-EOW की टीमों ने छापेमारी की है। आबकारी और DMF से जुड़े मामलों की जांच आगे बढ़ाते हुए टीमों ने रविवार तड़के करीब 20 ठिकानों पर एक साथ दबिश दी।
रायपुर में लॉ-विस्टा कॉलोनी में कारोबारी और सप्लायर हरपाल अरोरा के निवास पर भी कार्रवाई हुई। दुर्ग जिले के भिलाई में पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास के ठिकानों पर छापेमारी की गई है। जहां अधिकारी आवश्यक दस्तावेजों की पड़ताल कर रहे हैं।

वहीं धमतरी की पूर्व विधायक जया बेन दोषी के पोते केतन दोषी के महालक्ष्मी ग्रीस स्थित घर में भी दबिश दी। केतन रियल एस्टेट कारोबार से जुड़े हैं। यहां करीब 4 घंटे तक जांच के बाद टीम कुछ दस्तावेज अपने साथ ले गई।
इसके अलावा सरगुजा में EOW-ACB की टीम ने पशु चिकित्सक डॉ. तनवीर अहमद और अंबिकापुर के सत्तीपारा निवासी सप्लायर अमित अग्रवाल के ठिकानों पर रेड की। छापेमारी में डॉ. अहमद के घर से 17 लाख कैश और करोड़ों की कीमत के जमीन के दस्तावेज मिले हैं।
डॉ. तनवीर अहमद के घर कार्रवाई पूरी कर टीम वहां से लौट गई है, जबकि अमित अग्रवाल के ठिकाने पर जांच अभी भी जारी है।

कोंडागांव में कारोबारी कोणार्क जैन के घर और अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। कोणार्क जैन वर्ष 2019-20 में DMF सप्लाई कार्यों से जुड़े रहे थे। टीम यहां दस्तावेजों और लेन-देन से संबंधित रिकॉर्ड की जांच कर रही है।
बिलासपुर में अनिल टुटेजा के भाई के घर छापा
बिलासपुर में रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा के भाई अशोक टुटेजा के घर भी टीम ने दबिश दी है। दयालबंद और जगमल चौक के आसपास जांच जारी है। यह कार्रवाई शराब और DMF घोटाले की जांच के तहत की जा रही है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ACB-EOW की इस कार्रवाई पर बयान देते हुए कहा कि हमारी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। भ्रष्टाचार की शिकायतों पर एजेंसियां जांच कर रही हैं और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई भी होगी।