भोपाल। वीर बाल दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अहम घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह महाराज जी के साहिबजादों के बलिदान को प्रदेश के शैक्षणिक पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यह भी स्पष्ट किया कि सिर्फ गुलाब का फूल लगाकर बाल दिवस नहीं मनाया जा सकता।


शुक्रवार को सीएम डॉ. मोहन यादव भोपाल के हमीदिया रोड स्थित गुरुद्वारे पहुंचे, जहां उन्होंने वीर बाल दिवस पर माथा टेका। इस दौरान उन्होंने गुरु गोविंद सिंह महाराज जी के चारों साहिबजादों को श्रद्धापूर्वक नमन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश और दुनिया हमारे बाल वीरों के अदम्य साहस और शौर्य को स्मरण कर रही है। उन्होंने कहा कि वह माता धन्य हैं, जिन्होंने ऐसे वीर सपूतों को जन्म दिया, जिनका बलिदान युगों तक याद रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर वर्ष वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की है और यही बाल दिवस का वास्तविक अर्थ है। उन्होंने कहा कि सत्य और न्याय के लिए साहिबजादों ने अधर्म के विरुद्ध अपने प्राणों का बलिदान दिया। सीएम ने उन्हें शत-शत नमन करते हुए दोहराया कि उनकी शहादत आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचे, इसके लिए इसे मध्य प्रदेश के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।