नई दिल्ली, 21 दिसंबर 2025। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 पर एयर इंडिया एक्सप्रेस के ऑफ-ड्यूटी पायलट कैप्टन वीरेंद्र सेजवाल पर एक यात्री अंकित दीवान के साथ मारपीट का गंभीर आरोप लगा है। घटना 19 दिसंबर को सुरक्षा जांच के दौरान हुई, जब कतार तोड़ने पर विवाद हुआ। मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एयरलाइन ने पायलट को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर जांच शुरू कर दी है।
यात्री अंकित दीवान अपने परिवार, पत्नी, चार महीने के शिशु और सात वर्षीय बेटी के साथ स्पाइसजेट की फ्लाइट से यात्रा कर रहे थे। स्टॉलर होने के कारण उन्हें स्टाफ और विशेष जरूरत वाले यात्रियों की सुरक्षा लेन में भेजा गया। दीवान का आरोप है कि वहां कुछ स्टाफ सदस्य कतार तोड़ रहे थे। आपत्ति जताने पर ऑफ-ड्यूटी पायलट कैप्टन वीरेंद्र सेजवाल ने उन्हें अनपढ़ कहकर अपमानित किया और चेहरे पर मुक्का मार दिया, जिससे वे लहूलुहान हो गए। दीवान ने आरोप लगाया कि घटना के बाद मामले को दबाने के लिए उन पर दबाव डाला गया और फ्लाइट कैंसल होने की धमकी दी गई, जिसके कारण उन्होंने उस समय औपचारिक शिकायत नहीं की। उन्होंने डीजीसीए और पुलिस से सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखने की अपील की है।
दूसरी ओर, कैप्टन सेजवाल ने बयान जारी कर आरोपों का खंडन किया है। उनके अनुसार, विवाद सीआईएसएफ की मौजूदगी में सुलझ गया था और दोनों पक्षों ने स्वेच्छा से बयान पर हस्ताक्षर किए कि कोई कानूनी कार्रवाई नहीं चाहते। उन्होंने दीवान पर जातिवादी टिप्पणियां करने और परिवार की महिला सदस्यों को धमकी देने का आरोप लगाया।
सीआईएसएफ ने बयान जारी कर कहा कि उन्होंने दीवान की मदद की और औपचारिक शिकायत दर्ज करने की सलाह दी, लेकिन उन्होंने स्वेच्छा से मना कर दिया, जिसे लिखित में दर्ज किया गया। किसी निष्क्रियता के आरोप निराधार हैं।
दिल्ली पुलिस के डीसीपी आईजीआई एयरपोर्ट विचित्र वीर ने स्पष्ट किया कि मामला केवल सोशल मीडिया के जरिए उनके संज्ञान में आया है। न तो दीवान और न ही एयरलाइन की ओर से अब तक लिखित शिकायत दर्ज की गई है। लिखित शिकायत मिलते ही उचित कार्रवाई की जाएगी।
एयर इंडिया एक्सप्रेस ने घटना पर खेद जताते हुए कहा कि पायलट उस समय ड्यूटी पर नहीं थे और यात्री के रूप में दूसरी एयरलाइन से यात्रा कर रहे थे। जांच पूरी होने तक उन्हें सभी जिम्मेदारियों से हटा दिया गया है।
नियमों के अनुसार, ऑफ-ड्यूटी पायलट सिविल ड्रेस में सामान्य यात्रियों की तरह ही मानक सुरक्षा लेन का उपयोग कर सकते हैं। इस मामले में पायलट ने एईपी कार्ड का उपयोग कर क्रू लेन से प्रवेश का प्रयास किया था।