भोपाल। अजाक्स अध्यक्ष एवं आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा ने एक सम्मेलन में हाईकोर्ट पर सीधा आरोप लगाते हुए नया विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि एसटी वर्ग के बच्चे आईएएस, आईपीएस और डिप्टी कलेक्टर बन सकते हैं, लेकिन सिविल जज नहीं बन पाते क्योंकि हाईकोर्ट उन्हें बनने नहीं दे रहा। वर्मा ने आगे कहा, “यही हाईकोर्ट है, जिससे हम बाबा साहब के संविधान के हिसाब से चलने की गारंटी मांगते हैं।”
वीडियो में वर्मा ने कहा, “हमारे समाज का व्यक्ति क्लैट क्लियर कर एलएलबी, एलएलएम करता है, 75 प्रतिशत से ज्यादा मार्क्स लाता है, बड़े सर्विस में सिलेक्ट हो जाता है, लेकिन सिविल जज की परीक्षा में 50 प्रतिशत भी नहीं ला पाता। आखिर सिविल जज बनने की ऐसी कौन-सी पात्रता है जो हमारे बच्चे पूरी नहीं कर पाते?”
इस बयान के बाद सवर्ण एवं ब्राह्मण संगठनों में आक्रोश भड़क गया है। पहले से ब्राह्मण बेटियों वाली टिप्पणी पर विरोध झेल रहे वर्मा के खिलाफ अब दबाव और बढ़ गया है। संगठनों का आरोप है कि अधिकारी संवैधानिक मर्यादा तोड़ रहे हैं, फिर भी सरकार कार्रवाई से बच रही है।
सवर्ण संगठनों ने 14 दिसंबर को मुख्यमंत्री निवास घेराव का ऐलान किया है। आज गुरुवार को भोपाल में बैठक कर आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी।