बीजापुर। माओवादी संगठन को एक और बड़ा झटका लगा है। माडवी हिडमा के अंत के बाद से कमजोर पड़े नक्सली संगठन को बुधवार को हुई बड़ी मुठभेड़ में भारी क्षति पहुंची है। बीजापुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर पर हुए इस एनकाउंटर में 19 से 20 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है, जबकि 15 शव बरामद होने की आशंका जताई जा रही है।
जानकारी के अनुसार, नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिलने पर बीजापुर पुलिस, डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा बटालियन के जवानों ने संयुक्त सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इसी दौरान जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई, जो कई घंटों तक चली।
मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली, वहीं तीन जवानों ने वीरगति प्राप्त की। शहीदों में प्रधान आरक्षक मोनू वडाड़ी और आरक्षक दुकारू गोंडे शामिल हैं। इसके अलावा दो जवान गंभीर रूप से घायल हुए, जिनका इलाज रायपुर में किया जा रहा है। घायल जवान सोमदेव यादव का उपचार जारी है।
सुरक्षा बलों द्वारा इलाके में सर्चिंग अभियान जारी है और उम्मीद जताई जा रही है कि मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ सकती है। पुलिस को घटनास्थल से कई हथियार और नक्सली सामग्री मिलने की भी संभावना है।