नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की हत्या की अटकलें लगातार बढ़ रही हैं। इसी के चलते उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के समर्थक आदियाला जेल के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इमरान खान के परिवार को उनसे मिलने की अनुमति नहीं मिलने से समर्थकों का गुस्सा और तेज हो गया है। बढ़ते तनाव को देखते हुए पाक सरकार ने रावलपिंडी में धारा 144 लागू कर दी है।
पाकिस्तान को आशंका है कि PTI समर्थक रावलपिंडी में बड़े पैमाने पर हंगामा कर सकते हैं। रावलपिंडी को पाक सेना का प्रमुख केंद्र माना जाता है, ऐसे में किसी भी संभावित हिंसा को रोकने के लिए पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
रावलपिंडी के डिप्टी कमिश्नर डॉक्टर हसन वकार चीमा ने कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसीजर (पंजाब संशोधन) अधिनियम 2024 के तहत 1 से 3 दिसंबर तक धारा 144 लागू करने का आदेश जारी किया है।
कर्फ्यू के दौरान प्रतिबंध
- बड़ी संख्या में लोगों की भीड़, पार्टी, धरना, जुलूस या विरोध प्रदर्शन पर पूरी तरह रोक।
- हथियार, कीलें, डंडे, पेट्रोल बम और किसी भी प्रकार की विस्फोटक सामग्री लेकर घूमने की मनाही।
- हथियार लहराने, भड़काऊ भाषण देने और अफवाह फैलाने पर प्रतिबंध।
- पुलिस द्वारा लागू किए गए किसी भी ट्रैफिक प्रतिबंध का पालन अनिवार्य।
- शहर में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर भी रोक।
रावलपिंडी प्रशासन ने कहा कि यह कदम सार्वजनिक सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए उठाया गया है। कर्फ्यू की निगरानी के लिए पुलिस के साथ पाक सेना भी तैनात कर दी गई है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शहबाज सरकार पर बढ़ता दबाव
गौरतलब है कि इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से पाकिस्तान में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। इमरान के बेटे ने सरकार से उनके जीवित होने का सबूत मांगा है। अगस्त 2023 से इमरान खान जेल में बंद हैं और पिछले एक महीने से किसी को उनसे मुलाकात की अनुमति नहीं मिली है। इसी वजह से यह अटकलें जोर पकड़ रही हैं कि संभवतः इमरान खान की जेल में ही हत्या कर दी गई है। हालांकि पाक सरकार ने इन दावों को अफवाह बताते हुए पूरी तरह खारिज कर दिया है।