रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और नवा रायपुर में शनिवार से 30 नवंबर तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। नवा रायपुर में 60वां DGP–IG सम्मेलन आज से शुरू हो गया। सुबह से ही सीनियर अफसरों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। गृह सचिव गोविंद मोहन रायपुर पहुंचे, जबकि बीती रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी रायपुर पहुंचे, जिनका स्वागत मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं ने किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज रात रायपुर पहुंचेंगे।
सम्मेलन में ‘विकसित भारत: सुरक्षा आयाम’ थीम के तहत सुरक्षित भारत निर्माण का रोडमैप तैयार किया जाएगा। उद्घाटन सत्र में गृह मंत्री अमित शाह आंतरिक सुरक्षा, वामपंथी उग्रवाद, महिला सुरक्षा और पुलिस व्यवस्था से जुड़े विषयों पर विचार-विमर्श की शुरुआत करेंगे। सम्मेलन का उद्देश्य प्रमुख पुलिस चुनौतियों से निपटने में हुई प्रगति की समीक्षा करना और सुरक्षा क्षेत्र में भविष्य के लिए एक दूरदर्शी रणनीति बनाना है। देशभर से पहुंचे वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विभिन्न विषयों पर प्रेजेंटेशन देंगे।
इस महत्वपूर्ण आयोजन में सभी राज्यों के DGP, COP, IG, ADG, IB तथा अन्य सुरक्षा प्रमुख शामिल हो रहे हैं। राज्य अपराध नियंत्रण के प्रयासों पर प्रत्येक राज्य प्रेजेंटेशन देगा। सम्मेलन के बाद एक मॉडल राज्य का चयन कर सामान्य दिशानिर्देश जारी करने की योजना है। पिछले वर्ष यह सम्मेलन भुवनेश्वर में आयोजित हुआ था, जबकि छत्तीसगढ़ पहली बार इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी कर रहा है।
सम्मेलन से जुड़े प्रतिनिधियों और वीवीआईपी के लिए विशेष आवास व्यवस्था की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एम-1 और गृह मंत्री अमित शाह एम-11 में ठहरेंगे। नए सर्किट हाउस में NSA अजीत डोभाल, डिप्टी NSA अनीश दयाल सिंह, IB प्रमुख तपन डेका, केंद्रीय गृह सचिव और गृह राज्य मंत्रियों के लिए सूइट और कमरे आरक्षित किए गए हैं। ठाकुर प्यारेलाल संस्थान में 140 तथा निमोरा अकादमी में 91 कमरे बुक किए गए हैं। देशभर से पहुंचे 75 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के ठहरने की व्यवस्था भी इन स्थानों पर की गई है।
सम्मेलन की सुरक्षा जिम्मेदारी ADG दीपांशु काबरा और IG अमरेश मिश्रा को सौंपी गई है। इसके साथ ही राज्य पुलिस, केंद्रीय बल और इंटेलिजेंस एजेंसियां संयुक्त रूप से निगरानी और समन्वय कर रही हैं।
भारतीय प्रबंधन संस्थान, रायपुर में आयोजित यह तीन दिवसीय सम्मेलन देश की आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों और पुलिस प्रशासन के विभिन्न आयामों पर व्यापक चर्चा का मंच प्रदान करेगा। वामपंथी उग्रवाद, आतंकवाद निरोध, आपदा प्रबंधन, महिला सुरक्षा और पुलिसिंग में फोरेंसिक एवं कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग जैसे विषय इसमें प्रमुख रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक भी प्रदान करेंगे।
यह सम्मेलन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा प्रशासकों के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विविध मुद्दों पर विचार-विमर्श का एक महत्वपूर्ण अवसर है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस वार्षिक आयोजन को अधिक समकालीन और प्रभावशाली बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 2014 से उनके मार्गदर्शन में यह सम्मेलन देश के विभिन्न राज्यों में आयोजित होता आया है, जिनमें गुवाहाटी, कच्छ, हैदराबाद, टेकनपुर, केवड़िया, पुणे, लखनऊ, नई दिल्ली, जयपुर और भुवनेश्वर शामिल हैं।