पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में मतदाताओं ने लोकतांत्रिक भागीदारी का अभूतपूर्व उदाहरण पेश किया है। दिल्ली में हुए धमाके के बीच पूरे देश का राजनीतिक ध्यान राजधानी पर केंद्रित रहा, लेकिन बिहार में मतदाता उत्साह ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। इस बार के चुनाव को मतदान प्रतिशत ने ऐतिहासिक बना दिया है, जिससे यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि बिहार का मतदाता अपने भविष्य और शासन को लेकर पहले से कहीं अधिक जागरूक है।
दूसरे और अंतिम चरण में मंगलवार को 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर 68.52 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ। यह आंकड़ा पहले चरण के 65.1 प्रतिशत मतदान से अधिक है। सीमांचल क्षेत्र के जिलों किशनगंज, अररिया, कटिहार और पूर्णिया में मतदाताओं ने विशेष उत्साह दिखाया। आजादी के बाद यह पहला अवसर है जब बिहार विधानसभा चुनाव में इतनी अधिक वोटिंग दर्ज की गई है।
दूसरे चरण में सबसे अधिक मतदान किशनगंज में 77.75 प्रतिशत रिकॉर्ड हुआ, जहां कुल चार विधानसभा सीटें हैं। वहीं सबसे कम मतदान नवादा में 57.76 प्रतिशत रहा।