पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान संपन्न हो गया है। शाम पांच बजे तक 67.14 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई, जो पहले चरण के रिकॉर्ड मतदान को भी पीछे छोड़ गया है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इस चरण में मतदाताओं में गजब का उत्साह देखने को मिला।

अब सबकी निगाहें एग्जिट पोल्स पर टिकी हैं, जो मतदान खत्म होने के बाद जारी किए जाएंगे। 14 नवंबर को आने वाले नतीजों से पहले ये अनुमान राजनीतिक दलों के लिए बेहद अहम माने जा रहे हैं।
तेजस्वी बनाम नीतीश – किसके पक्ष में झुका जनादेश?
इस बार मुकाबला एक बार फिर तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन (RJD-कांग्रेस-लेफ्ट) और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए (जेडीयू-बीजेपी-हम) के बीच सीधा है। दोनों ही गठबंधन स्पष्ट बहुमत के दावे कर रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार का चुनाव कई मायनों में खास है —
- पहली बार एक करोड़ से अधिक नए मतदाता बने हैं।
- महिलाओं की रिकॉर्ड संख्या में भागीदारी ने भी इस चुनाव को रोचक बना दिया है।
महिलाओं और युवाओं का वोट बनेगा निर्णायक
चुनावी मैदान में इस बार महिलाओं की उपस्थिति खास रही। वोटिंग सेंटर्स पर महिला मतदाताओं की लंबी कतारें दिखीं। माना जा रहा है कि महिला मतदाता और पहली बार वोट डालने वाले युवा इस बार परिणामों की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।

14 नवंबर को आएगा नतीजा
अब जबकि दूसरे चरण का मतदान खत्म हो गया है, बिहार में चुनावी पारा और बढ़ गया है। मतदाता और राजनीतिक दल सभी की निगाहें अब आज जारी होने वाले एग्जिट पोल्स पर हैं।
14 नवंबर को होने वाली मतगणना के साथ ही यह साफ हो जाएगा कि बिहार की सत्ता पर किसका कब्जा होगा — तेजस्वी या नीतीश?