रायपुर में 12 से 16 नवंबर तक राष्ट्रीय मुक्तिबोध नाट्य समारोह होने जा रहा है। इस समारोह में 14 नवंबर को रंग मंदिर रायपुर में स्व बी एम शाह द्वारा निर्देशित 'कंजूस' नाटक का मंचन किया जाएगा जिसे फिल्म जगत के जानेमाने अभिनेता विजय कुमार द्वारा प्रस्तुति किया जाएगा। इसके अलावा हरिशंकर परसाई जी प्रसिद्ध रचना में से एक 'हम बिहार से चुनाव लड़ रहे' नाटक का मंचन भी किया जाएगा इसे प्रस्तुति में भी आपको विजय कुमार जी शानदार अदाकारी देखने को मिलेगी।

आप को बता दे कि प्रसिद्ध अभिनेता विजय कुमार द्वारा अभिनीत ‘कंजूस’ नाटक एक मनोरंजक हास्य प्रस्तुति है, जो दर्शकों को हंसी के फव्वारों से सराबोर कर देती है। इसकी पहली प्रस्तुति 1992 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में हुई थी, जहां स्वर्गीय बीएम शाह जी ने इसका कुशल निर्देशन किया। बीएम शाह जी की स्मृति में इस नाटक को पुनर्जीवित किया गया है, और अब तक इसके 8 शो सफलतापूर्वक आयोजित हो चुके हैं, जबकि रायपुर में इसकी 9वीं प्रस्तुति का मंचन किया जाएगा। मूल रूप से 1965 के एक फ्रेंच नाटक का यह उर्दु रूपांतरण है, जो कंजूसी की थीम पर तीखा व्यंग्य करता हुआ दर्शकों के दिलों में जगह बना लेता है।

वहीं ‘हम बिहार से चुनाव लड़ रहे’ नाटक, प्रसिद्ध अभिनेता विजय कुमार की शानदार अभिनय प्रस्तुति है, जो हरिशंकर परसाई जी की 1967 की क्लासिक रचना से प्रेरित एक तीखा सामाजिक-राजनीतिक व्यंग्य बनकर उभरता है। इसमें परसाई जी और कृष्ण भगवान खुद बिहार के चुनावी मैदान में उतरते हैं, अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं, मतदाताओं और दलालों से मुलाकात के हास्यपूर्ण किस्से सुनाते हुए चुनावी भ्रष्टाचार की पोल खोलते हैं जैसे परसाई जी की मशहूर पंक्ति में कहा गया है, “चुनाव में वोट मांगना नहीं, खरीदना पड़ता है।” पिछले 30 वर्षों में देश के लगभग हर राज्य और विदेशों तक में इसकी 998 प्रस्तुतियां हो चुकी हैं, और अब रायपुर में 999वीं प्रस्तुति के साथ यह व्यंग्य की जीवंत परंपरा को नई ऊंचाई देगा।

समारोह में इन दो प्रस्तुतियों के अलावा देशभर से नाट्य मंडलियां भाग लेंगी और अलग-अलग रचनाओं पर आधारित कहानियों का मंचन होगा। 12 नवंबर से 16 नवंबर तक रंग मंदिर, रायपुर में होने वाले कला और साहित्य के इस महाकुंभ में शामिल होने के लिए शहरवासियों में उत्साह देखा जा रहा है।